CNI: लंबी छुट्टी पर भेजे गए बिशप पीटर बलदेव, मनोज चरण को बिशप की जिम्मेदारी
सीएनआई ने बड़ा कदम उठाते हुए विवादों में घिरे डा. पीटर बलदेव को डायसिस आफ लखनऊ के बिशप पद से हटा दिया है। सीएनआई ने उन्हें लंबी छुट्टी पर भेजकर डायसिस आफ भोपाल के बिशप मनोज चरण को डायसिस आफ लखनऊ में माडरेटर एपीस कोपल कमिशनरी नियुक्त किया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। चर्च आफ नार्थ इंडिया (सीएनआई) ने बड़ा कदम उठाते हुए विवादों में घिरे डा. पीटर बलदेव को डायसिस आफ लखनऊ के बिशप पद से हटा दिया है। सीएनआई ने उन्हें लंबी छुट्टी पर भेजकर डायसिस आफ भोपाल के बिशप मनोज चरण को डायसिस आफ लखनऊ में माडरेटर एपीस कोपल कमिशनरी नियुक्त किया है। ये बिशप के रूप में समस्त काम देखेंगे। मनोज चरण ने शनिवार को पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने समस्त पदरियों, प्रधानाचार्यों व कर्मचारियों से मुलाकात की। कहा, सीएनआई के नियम व बाइबिल के निर्देशों के अनुसार समस्त काम किए जाएंगे। ईमानदारी से काम करके डायसिस आफ लखनऊ को उसकी गरिमा लौटाई जाएगी।
वित्तीय अनियमितता व आपराधिक मामले दर्ज होने पर सीएनआई ने की कार्रवाई
डा. पीटर बलदेव लंबे समय से विवादों में घिरे हैं। इनके ऊपर वित्तीय अनियमितता के साथ आपराधिक मामले दर्ज कराए गए हैं। बीते दिनों लखनऊ के हजरतगंज और हुसैनगंज थाना की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए बिशप पीटर बलदेव के साथी संजय मल्ल को गिरफ्तार किया था। गैंगस्टर के इस मुकदमें में पीटर बलदेव भी वांछित हैं। संजय की गिरफ्तारी के बाद पुलिस गैंग लीडर एमजी मार्ग सिविल लाइंस प्रयागराज निवासी पीटर बलदेव व हजरतगंज लखनऊ के विनोद फ्रैंक की तलाश कर रही है।
दिल्ली की बैठक में तय किया गया एक्शन का खाका
कोर्ट ने एक दूसरे मामले में बिशप पीटर व अन्य के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने का एसपी क्राइम को आदेश दिया है। यही नहीं, पीटर बलदेव की बिशप के रूप में नियुक्ति को लेकर भी विवाद उठता रहा है। इनके ऊपर फर्जी रजिस्ट्रार सोसायटी के आदेश के विपरीत फर्जी संस्था बनाने, प्रधानाचार्य पद पर गलत नियुक्ति करने का भी आरोप लगा है। इसे देखते हुए दिल्ली में दो मई को सीएनआई के माडरेटर डा. पीसी सिंह की अध्यक्षता में प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक हुई।
इसमें बिशप पीटर बलदेव को लंबी छुट्टी पर भेजने का निर्णय लिया गया। बिशप का कार्यभार ग्रहण करने पर मनोज चरण का डायसिस आफ लखनऊ के सचिव फादर प्रवीण मैसी, कोषाध्यक्ष डीआर लाल, डा. अरुण मोजिस, डा. विनीता ईसुबीएस, फादर मनीष जैदी, अजीत फ्रांसिस आदि ने स्वागत किया। इस मामले में पीटर बलदेव का पक्ष लेने के लिए उनके नंबर पर काल किया गया, लेकिन उनके दोनों नंबर बंद थे। इससे बात नहीं हो सकी।