कुंभ 2019 : मौसम भी दिखा सकता है असर, बारिश की संभावना
आसमान में सुबह से ही बादल हैं। मौसम विज्ञानी बारिश की संभावना जता रहे हैं। बारिश हुई तो रबी की फसलों के लिए लाभकारी होगी।
प्रयागराज, जेएनएन। पहाड़ों पर तेज वहां के साथ बर्फबारी का असर दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाद अब प्रयागराज में भी देखने को मिल सकता है। अगले 24 घंटे में यहां पर भी मौसम करवट ले सकता है। यहां पर कुंभ में कल्पवास कर रहे लोगों के साथ पर्यटकों को भी मौसम के कारण हो सकता है थोड़ी तकलीफ हो।
मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। पछुआ विक्षोभ के कारण सुबह से ही यहां पर आसमान में बादलों का डेरा है। इससे बारिश की आशंका जताई जा रही है। मकर संक्रांति के आसपास से मौसम में गर्मी आने लगी थी। पौष पूर्णिमा के बाद दिन का तापमान फरवरी और मार्च महीने का आभास कराने लगा था। मौसम विज्ञानियों ने कहा था कि मौसम करवट लेगा और ठिठुरन बढ़ेगी। दिन में पारा चढऩे के साथ ठंड बेअसर साबित हो रहा थी। पश्चिमी चक्रवात की सक्रियता से अगले 24 घंटे में बारिश के आसार बने हैं। अधिकतम तापमान के बढऩे और न्यूनतम के लुढ़कने से नमी भी असंतुलित हुई है।
कहते हैं मौसम विज्ञानी
मौसम विज्ञानी डॉ. एसएस ओझा का कहना है कि पिछले दिनों गर्मी बढऩे का कारण सूर्य का उत्तरायण होना था। कुछ लोगों ने अनुमान लगाया कि यह ग्लोबल वार्मिंग का असर है, जबकि ऐसा नहीं था। उन्होंने बताया कि जनवरी के आखिरी में पछुआ विक्षोभ के दूसरा चरण के तहत मौसम बदलने लगा है। इससे हिमालय और गंगा के मैदानों के बीच यह विक्षोभ रुक गया है। आसमान में बादल इसी को दर्शा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक या दो दिनों में बारिश की भी संभावना है। इससे ठंड भी बढ़ेगी। पूरब की हवा भी चल रही है।
बारिश से होगा रबी की फसलों को फायदा होगा
मौसम विज्ञानी ओझा ने बारिश की संभावना जताई है। अगर बारिश हुई तो रबी की फसलों गेहूं, जौ, चना, सरसों, मटर के साथ अरहर के लिए काफी लाभकारी होगा। उधर आसमान में बादलों को देखकर किसान भी खुश हैं। उनका कहना है कि बारिश खेत में लगी फसल के लिए अमृत समान होगी। अगर बारिश हुई तो यह रबी की फसलों के लिए लाभकारी साबित होगी।