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प्रयागराज में मिले 47 हजार रुपये के पुराने चलन में बंद हो चुके नोट, पुलिस कर रही जांच, जानें- पूरा मामला

प्रयागराज के नैनी में औद्योगिक क्षेत्र के मसिका गांव में उधार दिए हुए रुपये मांगने पर चचेरे भाई ने 47 हजार के पुरानी नोट लौटाए। पुराने नोट लौटाने के कारण मामला तूल पकड़ने लगा। भुक्तभोगी की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 10:43 AM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 12:41 PM (IST)
प्रयागराज में मिले 47 हजार रुपये के पुराने चलन में बंद हो चुके नोट, पुलिस कर रही जांच, जानें- पूरा मामला
चलन में बंद हो चुके 47 हजार रुपये के नोट प्रयागराज में बरामद हुए हैं। पुलिस जांच कर रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। एक हजार और 500 के पुराने नोट कब के बंद हो चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा करके इन नोटों के चलन पर प्रतिबंध लगा दिया था। लोगों को बैंकों में पुराने नोट जमा करने का समय भी दिया गया था। उसके बाद अंतिम समय भी निर्धारित किया गया था। उसके बाद पुराने नोटों के साथ पकड़े जाने पर कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया था। वहीं इतने दिनों बाद प्रयागराज में पुराने एक हजार और 500 सौ के नोट मिलने से पुलिस विभाग में खलबली मच गई है। इसकी जांच शुरू हो गई है।

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चचेरे भाई ने उधारी की रकम पुराने बंद हो चुके नोटों से चुकता की

नैनी में औद्योगिक क्षेत्र के मसिका गांव में उधार दिए हुए रुपये मांगने पर चचेरे भाई ने 47 हजार के पुरानी नोट लौटाए। पुराने नोट लौटाने के कारण मामला तूल पकड़ने लगा। भुक्तभोगी की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है। इतनी बड़ी मात्रा में पुरानी नोट मिलने से पुलिस जांच के लिए रुपये देने वाले को थाने में बुलाकर पूछताछ कर रही है।

यह है पुराने बंद हो चुके नोटों का मामला

औद्योगिक क्षेत्र के रहने वाले ननके लाल हरिजन पुत्र स्व. पुत्र श्रीनाथ के अनुसार उसने छह वर्ष पूर्व अपने चचेरे भाई मंगला प्रसाद निवासी महेवा को शादी के लिए एक लाख 20 हजार रुपये उधार दिए थे। जब ननके को पैसे की आवश्यता हुई तो उसने अपने पैसे मांग की। आरोप है कि पहले तो मंगला प्रसाद रुपये वापस करने में टालमटोल करता रहा। इसके लिए ननके ने पंचायत बुलाई तो वह रुपये देने को तैयार हुआ। आरोप है कि उसने एक हजार के तीन नोट और बाकी सब 500 के पुराने बंद हो चुके नोट उसे दे दिए। गिनने पर कुल 47 हजार रुपये थे।

रुपये लौटाने के बाद चचेरा भाई है फरार

भुक्तभोगी के अनुसार पुराने बंद हो चुके नोट लेने से इंकार करने पर मंगला प्रसाद ने कहा कि यही पैसा तुमने हमें दिया था, जो तुम्हें लौटा रहा हूं। इससे इससे पूरा परिवार परेशान हो गया। ननके ने गांव वालों से अपनी परेशानी बताई कि नोट तो उसके लिए कागज के बराबर है। ननके की पत्‍नी रामकली का आरोप है कि उसका देवर रुपये लौटा कर घर से फरार हो गया है। जब उन्हें कोई रास्ता नहीं दिखा तो पुलिस को तहरीर दी है। पुराने बंद हो चुके नोट मिलने से पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई।

नैनी पुलिस ने कहा मंगला की गिरफ्तारी पर स्‍पष्‍ट होगा मामला

नैनी पुलिस का कहना है कि मंगला प्रसाद घर से फरार है। उसके परिवार के लोगों को बुलाकर पूछताछ की गई थी। मंगला प्रसाद जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। तब मामला स्पष्ट हो सकेगा।


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