गजब : पिता की उम्र 25 साल और बेटा 19 साल का, आइए जानें मामला
नगर निगम में आउट सोर्सिंग सफाई कर्मियों के चयन में फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां नाबालिगों का चयन कर दिया गया है।
प्रयागराज : पिता की उम्र 25 साल और बेटा 19 साल का। यह पढऩे में जरूर अटपटा लग रहा है, लेकिन यह सच्चाई है। संविदा सफाई कर्मचारियों के चयन में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। कुंभ के मद्देनजर लगाए गए आउटसोर्सिंग सफाई कर्मियों में नाबालिग लड़के और लड़कियों से सफाई कराई जा रही है। पैसा देकर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाया गया है। शिकायत मिलने पर जांच के उपरांत फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।
संविदा कर्मचारियों के चयन में धांधली
नगर निगम में कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि संविदा कर्मचारियों के चयन में धांधली हुई है। एक ही घर के कई लोगों का चयन किया गया है। सभी ठेकेदार के सगे-संबंधी हैं। इसकी जांच कराने पर रंजीत (25) पुत्र पूचु निवासी हैजा हास्पिटल, प्रभात (19) पुत्र रंजीत निवासी हैजा हास्पिटल का मामला सामने आया है। बाप और बेटे की उम्र में महज छह साल का अंतर है। अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास ने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी से मामले की जांच करके रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
दूसरा मामला आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों के चयन में अनियमितता का है। कुंभ के लिए ढाई हजार अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों को लगाया गया है। उसमें नाबालिग लड़के और लड़कियां शामिल हैं, जो सफाई कर रही हैं। अपर नगर आयुक्त ने जब हासिमपुर रोड का निरीक्षण किया तो नाबालिग वहां पर सफाई कर रहे थे। मेसर्स साधना सिक्योरिटी सर्विस फर्म ने कैसे नाबालिग लड़के और लड़कियों का चयन सफाई के लिए किया? नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने क्या जांच की? इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।
अपर नगर आयुक्त ने कहा
अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास का कहना है कि बाप-बेटे का जन्म प्रमाणपत्र मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से कैसे बनवाया गया। जिस स्तर पर लापरवाही हुई है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्य चिकित्साधिकारी जीएस बाजपेई का कहना है कि उनके कार्यालय से कैसे गलत जन्म प्रमाण-पत्र बन गया, इसकी जांच कराई जाएगी।