Move to Jagran APP

जनपदवासियाें को अभी एक सप्ताह तक गलन भरी ठंड से जूझना पड़ेगा Prayagraj News

धूप तो सुबह से ही खिली है पर सर्द हवाओं के आगे उसकी एक नहीं चल रही है। गलन भरी ठंड से लोग कांप रहे हैं। अभी एक सप्‍ताह तक ऐसा ही मौसम के रहने का अनुमान है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 09:00 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 09:10 AM (IST)
जनपदवासियाें को अभी एक सप्ताह तक गलन भरी ठंड से जूझना पड़ेगा Prayagraj News
जनपदवासियाें को अभी एक सप्ताह तक गलन भरी ठंड से जूझना पड़ेगा Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। ठंड ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। शुक्रवार को सुबह से धूप खिली रही लेकिन बर्फीली हवाओं के आगे वह पस्त नजर आई। यही हाल शनिवार को भी रहा। सुबह धूप खिल चुकी है लेकिन गलन अधिक है। करीब 20 किमी की रफ्तार से चली पछुआ हवा से लोग कांपते रहे। शीतलहर के कारण अलाव व हीटर का सहारा लेना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो अगले एक सप्ताह तक मौसम ऐसे ही रहने के आसार हैं। सर्द हवा लोगों को परेशान कर सकती हैं।

loksabha election banner

पिछले दिनों की बारिश के साथ शीतलहर शहरवासियों को कर रही परेशान

बुधवार को मौसम ने अचानक करवट बदली। पूरे दिन आसमान में घने बादल छाए रहे। रुक-रुककर बारिश होती रही और कई जगह ओले भी पड़े थे। इससे अधिकतम पारा लुढ़ककर 13.7 और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। गुरुवार को धूप निकली तो अधिकतम और न्यूनतम पारे में वृद्धि दर्ज हुई, लेकिन शुक्रवार सुबह से ठंड फिर रौ में आ गई। इसके चलते अधिकतम एवं न्यूनतम पारा फिर लुढ़क गया। करीब 10 बजे बादलों ने फिर डेरा जमाने की कोशिश की लेकिन पछुआ हवाओं के कारण वह कुछ देर में गायब हो गए। इसके बाद दिनभर धूप रही लेकिन ठंड के आगे पस्त नजर आई।

धूप तो खिली पर सर्द हवाओं के आगे उसकी एक न चली

शनिवार की सुबह से भी गलन का काफी असर है। हालांकि आसमान से बादल एकदम से गायब हैं पर शीतलहर कंपकंपा रही है। शुक्रवार को अधिकतम पारा 2.1 डिग्री कम होकर 16.9 और न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री कम होकर 7.7 डिग्री सेल्सियस पर रहा। गुरुवार को अधिकतम तापमान 19 और न्यूनतम पारा 13.8 डिग्री सेल्सियस था। अधिकतम आद्र्रता 100 और न्यूनतम 44 फीसद रही।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.