प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज के शहरियों को दीपावली के तोहफे के तौर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने अपनी आवासीय योजनाओं में खाली फ्लैटों एवं कामर्शियल प्लाटों की बिक्री के लिए दो नवंबर को आनलाइन आवेदन मांगे थे। हालांकि लोग प्राधिकरण के फ्लैटों और प्लाटों के प्रति रुचि नहीं ले रहे हैं। आप भी जानें कि आखिर इसकी वजह क्या है। क्योंकि सभी का अपने घर का सपना होता है। इसके बाद भी लोग इस ओर उदासीन ही हैं।
फ्लैटों और प्लाटों के लिए आवेदन तिथि 30 नवंबर तक
24 नवंबर तक फ्लैटों और प्लाटों के लिए कुल 42 आवेदन आए। आवेदन की आखिरी तिथि 30 नवंबर निर्धारित है। हालांकि आवेदनों की संख्या बेहद कम होने के मद्देनजर अंतिम तिथि बढ़ाए जाने की उम्मीद है। अंतिम तिथि बढ़ाने का कारण यही समझा जा रहा है कि अधिक संख्या में लोग इसके लिए आवेदन करें।
इन योजनाओं में फ्लैट खाली हैं
फ्लैट मानस विहार आवास योजना, जाह्नवी अपार्टमेंट, आजाद अपार्टमेंट, बुद्ध विहार आवास योजना नैनी, कालिंदीपुरम आवास योजना, जागृति विहार आवास योजना, सुगम विहार आवास योजना, सृजन विहार आवास योजना, मंगल विहार आवास योजना कालिंदीपुरम, डिवाइन अपार्टमेंट और सरस विहार आवास योजना झूंसी, अलकनंदा अपार्टमेंट गोविंदपुर और बदरी आवास योजना रसूलाबाद में खाली हैं।
खास आंकड़ों पर दें ध्यान
-310 खाली फ्लैट
-149 खाली प्लाट एवं दुकानें
-7,57,75,360 रुपये प्लाट की सर्वाधिक कीमत
-10,92,000 रुपये प्लाट का न्यूनतम रेट
-10,78,000 रुपये फ्लैट का न्यूनतम दाम
-1,15,00,000 रुपये फ्लैट का अधिकतम मूल्य।
इन स्कीमों में प्लाट हैं रिक्त
प्लाट और दुकानें देव प्रयागम आवास योजना सेक्टर-डी, देव प्रयागम आवास योजना फेज-टू, नैनी आवास योजना, कालिंदीपुरम आवास योजना के राधा कुंज सेक्टर, गोकुल सेक्टर और बरसाना सेक्टर, त्रिवेणीपुरम आवास योजना, खुल्दाबाद सब्जी मंडी, यमुना बैंक रोड, शांतिपुरम आवास योजना, संगम प्लेस, नीम सराय आवास योजना, कसारी-मसारी और देवघाट झलवा आवास योजना में खाली हैं।
लोगों की दिलचस्पी न लेने की जानें वजह
फ्लैटों में दिलचस्पी न लेने की वजह कीमतें अधिक होने और शहर के बाहरी हिस्सों में बने होने को मानी जा रही है। फ्लैटों की प्रत्येक वित्तीय वर्ष में कास्टिंग होने पर रेट बढ़ जाता है, जबकि वर्षाें पहले बने फ्लैटों की हालत भी धीरे-धीरे जर्जर होने लगती है।
जानें क्या कहते हैं पीडीए के उपाध्यक्ष
इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद चौहान कहते हैं कि आवेदन के लिए पांच दिन बचे हैं। आखिरी दिनों में आवेदनों की संख्या बढऩे के आसार हैं। संख्या कम रहने पर अंतिम तिथि बढ़ाई जाएगी।