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प्रतापगढ़ में गेंहू और धान खरीद का नहीं मिला कमीशन, आर्थिक संकट में केंद्र प्रभारी

इन केंद्रों पर 84 हजार 800 कुंतल गेहूं की खरीद हुई थी। जिसमें केंद्र प्रभारियों का 22 लाख 89 हजार रुपये कमीशन हुआ था। इस तरह से कुल मिलाकर 48 लाख 90 हजार 800 रुपये कमीशन हुआ था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 24 Aug 2020 05:47 PM (IST)Updated: Mon, 24 Aug 2020 05:47 PM (IST)
प्रतापगढ़ में गेंहू और धान खरीद का नहीं मिला कमीशन, आर्थिक संकट में केंद्र प्रभारी
प्रतापगढ़ में गेंहू और धान खरीद का नहीं मिला कमीशन, आर्थिक संकट में केंद्र प्रभारी

प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद प्रतापगढ़ में गेहूं व धान करने के लिए पीसीएफ के दो दर्जन से अधिक क्रय केंद्रों का चयन हुआ था। शासन की ओर से केंद्र प्रभारियों को खरीद करने के एवज में उनको कमीशन दिया जाना था। गेहूं व धान की खरीद समाप्त होने के बाद भी केंद्र प्रभारियों को कमीशन नहीं दिया गया। लाखों रुपये कमीशन के तौर पर पैसे की दरकार है। कमीशन न मिलने से केंद्र प्रभारी भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं।

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84 हजार 800 कुंतल गेहूं की खरीद हुई

वर्ष 2019-20 में जिले भर में पीसीएफ के 26 केंद्र खोले गए थे। इन केंद्रों पर एक लाख 38 हजार 730 कुंतल धान की खरीद हुई थी। इसमें केंद्र प्रभारियों को खरीद करने के एवज में 26 लाख एक हजार रुपये कमीशन बना था। इसी तरह इन केंद्रों पर 84 हजार 800 कुंतल गेहूं की खरीद हुई थी। जिसमें केंद्र प्रभारियों का 22 लाख 89 हजार रुपये कमीशन हुआ था। इस तरह से कुल मिलाकर 48 लाख 90 हजार 800 रुपये कमीशन हुआ था। खरीद समाप्त हुए महीनों बीत गए, लेकिन अभी तक 26 केंद्र प्रभारियों का कमीशन नहीं मिला। मामले की शिकायत जिला प्रबंधक पीसीएफ से हुई है। पीसीएफ के जिला प्रबंधक मोनिक सिंह अकेला ने बताया कि मिलान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तत्काल कमीशन का भुगतान किया जाएगा।

27 रुपये प्रति कुंतल मिलता है कमीशन

केंद्र प्रभारियों को प्रति कुंतल गेहूं की खरीद करने के एवज में उनको 27 रुपये कमीशन मिलता है। इसी तरह से प्रत्येक कुंतल धान की खरीद पर 18.75 रुपये कमीशन होता है।कमीशन को लेकर केंद्र प्रभारियों ने डीएम, एडीएम व विभागीय अफसरों को पत्र भी लिख चुके हैं। न मिलने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दे चुके हैं। केंद्र प्रभारियों की चेतावनी से इस पर काम तेज हो गया है।


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