कॉलेज की प्रधानाचार्य पर 'हमले' के दौरान बंद था सीसीटीवी
इंडियन गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य नीलम भूषण पर हमले का सबूत सीसीटीवी कैमरे में कैद नहीं हो सका। क्योंकि हमले के 15 मिनट पूर्व से ही सीसीटीवी बंद था।
प्रयागराज : इंडियन गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या नीलम भूषण पर हमले का सबूत सीसीटीवी फुटेज में नहीं मिला है। तफ्तीश में जुटी पुलिस को पता चला है कि घटना से करीब 15 मिनट पहले से कैमरे बंद थे। फुटेज में मारपीट, तोडफ़ोड़ की कोई तस्वीर कैद नहीं है। ऐसे में पुलिस की विवेचना अब पीडि़त व आरोपितों के बयान पर टिक गई है। कहा जा रहा है कि वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं मिलने से प्रधानाचार्या के आरोप की जांच दूसरे तथ्यों के आधार पर की जा रही है।
मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर चोट नहीं
मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर चोट की बात सामने नहीं आई है। उधर, इस मामले को लेकर कॉलेज का माहौल गरम है। शिक्षिकाएं खुद को बेकसूर बताते हुए गलत एफआइआर कराने की बात कह रही हैं तो प्रधानाचार्या हमले का आरोप लगा रही हैं। गुरुवार को आरोपित शिक्षिकाओं ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी। इस पर सीओ प्रथम रत्नेश सिंह ने विवेचना का जल्द निस्तारण करने को कहा है।
क्या था मामला
तीन दिन पहले प्रधानाचार्या नीलम भूषण ने शिक्षिका अल्फा गुंजन दास, प्रतिभा सिंह, एकता सिंह, रेनू यादव, सविता व सारिका पाल के खिलाफ हमले का मुकदमा कराया था। बीते साल स्कूल की कुछ शिक्षिकाओं ने प्रबंधक सहदेव मुखर्जी, पूर्व प्रधानाचार्या शोभा सरकार व नीलम भूषण के खिलाफ शोषण समेत कई धाराओं में एफआइआर कराई थी।
कहते हैं इंस्पेक्टर
इंस्पेक्टर कोतवाली बच्चे लाल प्रसाद का कहना है कि स्कूल के सीसीटीवी फुटेज से प्रधानाचार्या पर हमले का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। अब दोनों पक्षों का बयान लिया जाएगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।