भाजपा नेता पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज Prayagraj News
छात्रा का यह भी आरोप है कि उसकी गरीबी का फायदा उठाकर अनिल द्विवेदी और श्याम प्रकाश ने उसके घर व जार्जटाउन के होटल में भी कई बार शारीरिक संबंध बनाए।
प्रयागराज,जेएनएन। कर्नलगंज में रहने वाली एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने भारतीय जनता युवा मोर्चा काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. श्याम प्रकाश द्विवेदी और टीबी अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉ. अनिल द्विवेदी के खिलाफ मुकदमा कायम किया है। आरोपित अभी फरार हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है। श्याम प्रकाश भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व होटल कारोबारी के बेटे बताए जा रहे हैं।
पीडि़ता निजी कॉलेज से बीए की कर रही है पढ़ाई
पुलिस के मुताबिक, 22 वर्षीय पीडि़ता निजी कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रही है। वर्ष 2011 में उसके पिता सड़क हादसे में गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। इलाज के लिए पैसे की दिक्कत हुई तो मां ने कटरा स्थित मकान को बेचने का फैसला किया। बीते साल अक्टूबर माह में मकान खरीदने के लिए डॉ. अनिल द्विवेदी और डॉ. श्याम प्रकाश द्विवेदी से छात्रा की मां से बातचीत हुई। इसके बाद वह छात्रा के संपर्क में भी आ गए। छात्रा का आरोप है कि एक दिन अनिल द्विवेदी ने उसे सिविल लाइंस के एक होटल में बुलाया। वहां जाने पर कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। जब वह अचेत हो गई तो दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध पर तरह-तरह का प्रलोभन दिया। छात्रा का यह भी आरोप है कि उसकी गरीबी का फायदा उठाकर अनिल द्विवेदी और श्याम प्रकाश ने उसके घर व जार्जटाउन के होटल में भी कई बार शारीरिक संबंध बनाए।
पुलिस ने नहीं दर्ज की रिपोर्ट तो सीएम से टिवट कर शिकायत
यह सिलसिला मार्च 2020 तक चलता रहा। इस बीच शिकायत करने पर धमकी भी दी गई। कुछ दिन पहले फिर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश हुई तो विरोध किया, जिस पर जान से मारने की धमकी दी गई। इससे परेशान छात्रा ने कर्नलगंज थाने में तहरीर के साथ वीडियो व फोटो भी दी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा कायम नहीं किया। छात्रा ने मुख्यमंत्री को ट्वीट किया तो अधिकारियों ने संज्ञान लेकर एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया। इंस्पेक्टर कर्नलगंज अवन दीक्षित का कहना है कि पीडि़त युवती का मेडिकल करवाया जा रहा है। विवेचना के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी फंसाने का लगाया आरोप
डॉ. श्याम प्रकाश द्विवेदी ने शुआट्स के कुलपति आरबी लाल और उनके सहयोगियों पर साजिश के तहत एफआइआर करवाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि धर्मांतरण से लेकर शुआट्स के कई मामलों को वह उठा चुके हैं और उन पर कार्रवाई भी हुई है। ऐसे में दबाव बनाने के लिए उन पर फर्जी मुकदमा करवाया गया है। उधर, शुआट््स के पीआरओ रमाकांत दुबे का कहना है कि सामूहिक दुष्कर्म का आरोपित खुद को बचाने के लिए झूठा आरोप लगा रहा है। वह पहले भी ब्लैकमेलिंग करने के लिए झूठे आरोप व एफआइआर करवाते रहे हैं।