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कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, गलत काम करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करें

मुंडेरा मंडी तालाब का निरीक्षण करने पहुंचे तो जानकारी मिली कि मंडी के ठीकेदार तालाब में मंडी का कचरा फेंक रहे है। किसी ने कहा कि ठीकेदार नजदीकी है तो मंत्री भड़क गए। बोले चाहे मंडी हो या पीडब्ल्यूडी और किसी विभाग के ठीकेदार से मेरा कोई नाता नहीं है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Fri, 13 Aug 2021 05:21 PM (IST)Updated: Fri, 13 Aug 2021 05:21 PM (IST)
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, गलत काम करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करें
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने विष्णुपुरी कालोनी, पोंगहट पुल, मुंडेरा मंडी, मीरापट्टी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रयागराज में विष्णुपुरी कालोनी, पोंगहट पुल, मुंडेरा मंडी, मीरापट्टी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। विष्णुपुरी कालोनी में रहने वाली विमला देवी ने बताया कि तीन दिन से बारिश में पोगहट नाला और सीवर दोनों जाम हो जाने से घरों में गंदा पानी भर गया। आपके पास फोन करने के बाद अधिकारियों की नींद खुली और पानी निकालने एवं राहत सामग्री देने का कार्य किया था। लेकिन सारी बात केवल हवाई दावे साबित हुए हैं।

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कहा मंत्री ने, किसी ठीकेदार से नहीं मेरा मतलब

विमला ने बताया कि कई वर्षों से सड़क व नाली नहीं बनने से समस्या बढ़ गई है। नालों पर कई लोगों ने मकान बना लिए। मकान बनवाते समय नाले पाट दिए गए। मुंडेरा मंडी तालाब का निरीक्षण करने पहुंचे तो जानकारी मिली कि मंडी के ठीकेदार तालाब में मंडी का कचरा फेंक रहे है। किसी ने कहा कि ठीकेदार नजदीकी है तो मंत्री भड़क गए। बोले चाहे मंडी हो या पीडब्ल्यूडी और किसी भी विभाग के ठीकेदार से मेरा कोई नाता नहीं है। तत्काल ठीकेदार को ब्लैकलिस्ट करें। मीरापट्टी में जलभराव देखा तो डूडा विभाग ने बताया कि दूसरी किश्त नहीं आने की वजह से कार्य अधूरा है। इस पर निर्देश दिया कि तत्काल जहां भी जलभराव हो निराकरण कराएं। निरीक्षण करके लौट रहे मंत्री का देवयानी गुप्ता ने गमछा ओढ़ाकर स्वागत किया। इस दौरान सदर एसडीएम के अलावा नगर निगम के अधिकारी गौरव रंजन समेत पार्षद दीपक कुशवाहा, शिव कुमार भारतीया,अमरजीत सिंह, धनंजय सिंह पटेल, संजय कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।

बाढ़ रहने तक फाफामऊ में अंतिम संस्कार

गंगा-यमुना का जलस्तर बढऩे से सभी घाट डूब गए थे। ऐसे में शव का अंतिम संस्कार करने वालों को दिक्कत हो रही थी। निगम के अफसरों की पहल पर फाफामऊ में करीब चार बिस्वा में झाडिय़ां व गंदगी साफ कर चिता जलाने के लिए स्थान बनाया गया। बाढ़ आने से दुश्वारियां भी बढ़ गईं। दारागंज, रसूलाबाद, फाफामऊ, श्रृंगवेरपुर घाट भी जलस्तर बढऩे पर डूब गए थे। ऐसे में लोगों को शवों का अंतिम संस्कार कराने में परेशानी हो रही थी। खबरें वायरल होने पर नगर निगम प्रशासन भी सक्रिय हुआ। फाफामऊ में कर्जन ब्रिज के नीचे उत्तर दिशा में झाड़ और गंदगी थी। इसकी सफाई कराने के बाद करीब 20 से 24 चिता जलाने के लिए स्थान बनाया गया। नगर निगम के जोनल अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि समस्या बढऩे पर चार बिस्वा में सफाई करा दी गई है। यहां शवों का अंतिम संस्कार कराया जा सकता है।


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