Duplicate Medicines : चंद रुपये में सेहत से खिलवाड, प्रयागराज की घनी बस्तियों में चलता है 'काला धंधा'
नकली दवाओं का कारोबार प्रयागराज में किया जा रहा है। यहां की घनी बस्तियों में नकली दवा बनाई जाती है। इसके बाद भी नकली दवा के सौदागरों को पुलिस नहीं पकड़ पा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। जी हां, सिर्फ चंद रुपये की खातिर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। नकली दवा का सेवन करने से लोगों पर क्या गुजरती है, शायद उन्हें इसका एहसास नहीं है। घर उजड़ जाते हैं, कई अपंग होकर रोजी-रोटी से भी मोहताज हो जाते हैं। वहीं इससे ऐसा करने वाले समाज के दुश्मनों को कोई लेना देना नहीं है। उन्हें तो बस इस धंधे को आगे, और आगे बढ़ाना ही है। इनकी पैठ भी काफी गहरी नजर आती है। नकली दवा के सौदागर पुलिस की आंख में धूल झोंकते हैं लेकिन पुलिस के हाथ इन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
पुलिस मानती है कि नकली दवा शहर में ही तैयार किया गया है
पिछले दिनों प्रयागराज की पुलिस ने नकली दवा की खेप तो पकड़ी लेकिन अधिक जानकारी नहीं जुटा सकी। मसलन नकली दवा कहां तैयार की गई है, इस काले धंधे में कौन-कौन लोग शामिल हैं, यह सवाल अभी अनसुलझा ही है। पुलिस इस बारे में कुछ भी नहीं बता पा रही है। हां यह जरूर पुलिस मान रही है कि नकली दवा यहीं शहर में ही तैयार किया गया है। शहर की घनी बस्तियों में धंधे से जुड़े जिन लोगों का मकान होते हैं, वहीं वह इस काले धंधे को चोरी-छिपे करते हैं।
इस तरह बनाई जाती है नकली दवा
नकली सीरप बनाने में पानी, चीनी या गुड़ व अन्य केमिकल डाल दिया जाता है ताकि स्वाद मीठा रहे। इसमें खाने वाले रंग का इस्तेमाल भी किया जाता है। गला ठंडा करने के लिए पीपरमेंट का भी प्रयोग होता है। दवा के लिए सस्ते वाले टैबलेट को पीसकर मिलाया जाता है। ऐसा करने वाले शातिर पुलिस की आंख में झूल झोंककर ही ऐसा सब करते हैं तभी तो वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहे हैं।
आधे दाम पर बेचते हैं
नकली दवाओं के धंधे में जुड़े लोग इन दवाइयों को आधे दाम पर बेचते हैं। ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप इसे आराम से खरीद लेते हैं। क्योंकि वे मरीज से वहीं दाम लेते हैं जो दवा पर ङ्क्षप्रट होता है। इससे उन्हें भी काफी लाभ मिलता है।
खुल्दाबाद पुलिस ने अटाला में मालवाहक से नकली दवा बरामद किया था
खुल्दाबाद पुलिस ने अटाला के पास से पिछले दिनों एक मालवाहक से 45 पेटी से 5400 शीशी दवाएं बरामद की थी। चालक फैज खान निवासी शाहगंज की निशानदेही पर अतरसुइया स्थित एक गोदाम में छापा मारा तो भारी मात्रा में इंजेक्शन और रैपर बरामद किए गए थे। पुलिस को गोदाम से कुछ कागजात मिले थे। इसी के जरिए पुलिस को पता चला था कि नकली दवाओं का मुख्य सरगना फतेहपुर जनपद के खागा थानांतर्गत अजुवा निवासी अनुपम गोस्वामी है। उसने ही अतरसुइया के रहने वाले एक व्यक्ति के गोदाम को यह कहकर किराए पर लिया था कि वह जनरल स्टोर का सामान रखेगा।
आरोपित की तलाश में फतेहपुर गई टीम मायूस लौटी
अनुपम गोस्वामी की तलाश में एक टीम को फतेहपुर भेजी गई। पुलिस ने अनुपम के घर पर भी दबिश दी, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो बताया गया कि कई दिनों से सभी गायब हैं। पुलिस को अनुपम के स्वजनों के मोबाइल नंबर भी मिले हैं, हालांकि सभी स्विच ऑफ हैं। पुलिस ने करीबियों और रिश्तेदारों के बारे में भी जानकारी ली, क्योंकि संदेह है कि कहीं वहीं तो अनुपम ने शरण न ली हो। इंस्पेक्टर विनीत सिंह का कहना है कि इस धंधे में कई और लोगों के भी शामिल होने की पूरी संभावना है। मुख्य आरोपित अनुपम के पकड़े जाने के बाद ही सारी चीजें सामने आएंगी।