केशरी की ताजपोशी के बहाने भाजपा ने साधे कई निशाने
लोकसभा चुनाव भी बेहद करीब हैं, ऐसे में पार्टी को केशरी देवी पटेल में फायदा नजर आया।
प्रयागराज : जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बिना चुनाव के ही केशरी देवी की ताजपोशी के सियासत में गहरे मायने हैं। भाजपा ने जहां फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद अपने समीकरणों को दुरुस्त करने का काम किया है। वहीं जिले में पार्टी के किस गुट का सिक्का चलेगा, यह भी इस निर्णय से साफ हो गया है।
लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के नागेंद्र पटेल की विजय से यह माना गया था कि पटेल वोटों का रुझान सपा की ओर है। यही वजह है कि तभी से भाजपा में इसे लेकर मंथन चल रहा था, लोकसभा चुनाव भी बेहद करीब हैं, ऐसे में पार्टी को केशरी देवी पटेल में फायदा नजर आया। हालांकि रेखा सिंह के समर्थन में भी भाजपा के एक प्रभावशाली मंत्री ने पूरी ताकत लगाई, लेकिन फ्लोर टेस्ट में उन्हें जीत नहीं दिला सके। रेखा सिंह इसी खेमे के जरिए पार्टी में शामिल हुई थीं।
इसके बावजूद भाजपा ने इस पद पर चुनाव कराने की बजाय जिस तरह से केशरी देवी की ताजपोशी कर दी है, उससे यह स्पष्ट किया है कि फिलवक्त उसे केशरी देवी की जरूरत कहीं ज्यादा है। हालांकि इससे रेखा सिंह का खेमा पार्टी से छिटक सकता है, मगर लगता है कि पार्टी जिले में यह नुकसान उठाने को तैयार है। रेखा सिंह ने साधी चुप्पी :
जिला पंचायत अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हुई रेखा सिंह ने अब चुप्पी साध ली है। अब उनकी अगली गतिविधि पर सियासी नजरें गड़ी हैं। हालांकि माना जा रहा है कि वे अपने पत्ते अब लोकसभा चुनाव के करीब आने पर ही खोलेंगी, लेकिन जिस तरह यह घटनाक्रम हुआ है। उससे पार्टी के प्रति उनके समर्थकों का मोहभंग जरूर हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य जी और प्रदेशाध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी है। मैं उनकी आभारी हूं और जिले के विकास के लिए निरंतर काम करूंगी। जैसा कि केंद्र और राज्य सरकार कर रही है।
- केशरीदेवी, जिला पंचायत अध्यक्ष।