पीएम की जनसभा की तैयारी में झोंकी ताकत, लाउडस्पीकर से की गई अपील
प्रयारागज में पीएम नरेंद्र मोदी की जनसभा की तैयारी में बीजेपी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दीत्र
प्रयागराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को झूंसी के अंदावा स्थित संत निरंकारी मैदान में होने वाली जनसभा और लोकार्पण समारोह की तैयारियों में भाजपाइयों ने पूरी ताकत झोंक दी। ब्लाक और बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों को जनसभा में भीड़ जुटाने के लिए लक्ष्य दिया गया। कई नेता मोबाइल पर आडियो संदेश भेजकर जनसभा में शामिल होने की अपील की।
ई-रिक्शों पर लाउडस्पीकर के जरिए शहर के विभिन्न इलाकों में शनिवार को लोगों से पीएम की जनसभा में पहुंचने की अपील की गई। दूसरी ओर चौक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच देर रात तक शहर के प्रमुख चौराहों को ध्वज एवं गुब्बारों से सजाया जाता रहा। सेल्फी के लिए प्रमुख स्थानों पर पीएम के बड़े-बड़े कटआउट भी लगाए गए हैं।
भाजपा के कई मंत्री और बड़े नेता अरैल से संगम और वहां से झूंसी स्थित सभास्थल तक का निरीक्षण करते रहे। कार्यक्रम में किसी तरह की कोई कमी न रह जाए, इसके लिए मंत्रियों ने कार्यकर्ताओं से लेकर अफसरों तक को आवश्यक निर्देश दिए गए। एक दिन पूर्व नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने मंत्री अमर पाल मौर्य, विधान परिषद सदस्य अशोक धवन, विधायक प्रवीण पटेल, क्षेत्र अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष रामचंद्र मिश्र के साथ कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया।
शहर के विभिन्न इलाकों में किया जनसंपर्क
भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को शहर के विभिन्न इलाकों में जनसंपर्क अभियान चलाया। नेताओं ने जिला न्यायालय, उच्च न्यायालय, आंबेडकर भवन समेत अल्लापुर, दारागंज, जार्जटाउन, सोहबतियाबाग, कीडगंज, बैरहना में घर-घर जाकर लोगों से पीएम की जनसभा में शामिल होने की अपील की। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुबोध सिंह ने भी अपने सहयोगियों के साथ करछना और शहरी क्षेत्र में जनसंपर्क किया।
कार्यक्रम में आमंत्रित न करने पर तीर्थपुरोहितों में नाराजगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संगम पर किए जाने वाले पूजन कार्यक्रम में आमंत्रित न किए जाने पर तीर्थ पुरोहितों ने नाराजगी जताई है। अखिल भारतीय तीर्थपुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री चंद्र नाथ चकहा ने कहा कि संगम क्षेत्र में तीर्थपुरोहितों द्वारा ही धार्मिक आयोजन कराने के प्रमाण हैं लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। कहा कि वर्ष 2001 में प्रदेश के मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह एवं उनके पहले 1995-96 में अद्र्ध कुंभ मेला संपन्न कराने के लिए मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने संगम क्षेत्र में पूजन किया था, जिसकी अगुवाई तीर्थपुरोहितों ने की थी।