अजब-गजब निकली शिव बरात, प्रतापगढ़ में हाइड्रोलिक मंच पर गौरा से भोले ने रचाया विवाह तो लगे जयकारे
भोले की बरात में राजा-महाराजा तो रहे ही भूत-प्रेत भी मगन नजर आए। दूल्हे बने बाबा बरातियों की उछल-कूद देख मुस्कुरा रहे थे। उनकी बरात रथों बग्घियों बैंड व झांकियों से सजी रही। चौक होते हुए स्टेशन पहुंची। वहां स्वागत किया गया। फिर चौक होते हुए चिलबिला हनुमान मंदिर गई।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में अजब-गजब शिव बरात से दशहरा के 12 दिवसीय उत्सव की शुरुआत सोमवार को श्रीराम लीला समिति द्वारा कर दी गई। दोपहर तीन बजे बरात चली तो उसे देखने को सड़क के दोनों ओर खड़े श्रद्धालुओं ने हाथ जोड़कर जयकारे लगाए व सबका स्वागत किया। शाम को चिलबिला में शिव विवाह का मंचन किया गया।
चिलबिला में हाइड्रोलिक मंच पर विवाह देख लगाए लोगों ने जयकारे
भोले की बरात में राजा-महाराजा तो रहे ही, भूत-प्रेत भी मगन नजर आए। दूल्हे बने बाबा बरातियों की उछल-कूद देख मुस्कुरा रहे थे। उनकी बरात रथों, बग्घियों, बैंड व झांकियों से सजी रही। चौक होते हुए स्टेशन पहुंची। वहां स्वागत किया गया। फिर चौक होते हुए चिलबिला हनुमान मंदिर गई। वहां पर बरातियों का सत्कार किया गया। इसके बाद देर शाम चिलबिला स्टेशन के सामने शिव-पार्वती का विवाह कराया गया। हाइड्रोलिक स्टेज पर उनका जयमाल देखने को लोग उमड़ पड़े।
पुष्प वर्षा के बीच लोग खींचते रहे फोटो
संरक्षक रोशन लाल ऊमर वैश्य, अध्यक्ष संजय खंडेलवाल, मंत्री विपिन गुप्ता, संयोजक दिनेश सिंह दिन्नू, प्रमुख व्यापारी अशोक अग्रवाल, संजीव आहूजा, शरद केसरवानी, श्याम शंकर सिंह, पंकज शुक्ला, मनीष गुप्ता, विनय सिंह समेत राम भक्तों ने पूरे कार्यक्रम का संयोजन किया।
विवाह के समय प्रेशर मशीन से की गई पुष्प वर्षा देखते ही बनी। चकाचौंध सजावट के बीच यह मंचन सुंदर लगा। लोगों ने फोटो भी खींची। बहुत से लोग परिवार के साथ इस कार्यक्रम को देखने पहुंचे। सुरक्षा व यातायात व्यवस्था को लेकर बरात के साथ-साथ पुलिस-पीएसी के जवान चलते रहे।