Fight against Coronavirus : शरीर की इम्युनिटी बढ़ानी है तो आप भी इन एंटी वायरल औषधियों का करें सेवन
आयुष मंत्रालय की ओर से यूनानी की एंटी वायरल औषधियां बेहीदाना सपिस्तां व उन्नाब को आमजन तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया है।
प्रयागराज, [मनीष मिश्र]। इन दिनों पूरे विश्व कोरोना वायरस के संक्रमण से परेशान है। इस महामारी से बचाव के लिए हर कोई प्रयास भी कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने के साथ ही लोगों को आयुष की औषधियों का सेवन करने के लिए लगातार प्रेरित कर रहे हैं। कोरोना काल में आयुर्वेद व होम्योपैथी के साथ-साथ यूनानी की तीन एंटी वायरल दवाओं को रामबाण माना गया है। ये तीन औषधियां बेहीदाना, सपिस्तां व उन्नाब हैं। इसका जोसादा (काढ़ा) बनाकर सेवन करना लाभकारी है।
इम्युनिटी पावर मजबूत होने से वायरस का संक्रमण नहीं होगा
शोध और डॉक्टर बताते हैैं कि यदि हमारा इम्युनिटी पावर मजबूत रहेगा तो कोरोना वायरस का संक्रमण शरीर में प्रवेश नहीं कर सकता। भारत सरकार का मानना है आयुष चिकित्सा पद्धति से इम्युनिटी पावर को मजबूत किया जा सकता है। ऐसे में आयुष मंत्रालय की ओर से यूनानी की एंटी वायरल औषधियां बेहीदाना, सपिस्तां व उन्नाब को आमजन तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। यह एंटी वायरल औषधियां मनुष्य की श्वांस नली में पहुंचकर उसमें किसी भी बैक्टीरिया या वायरस को मारने में कारगर है।
ताकि इसका सेवन कर वह कोरोना का संक्रमण बेअसर हो
यूनानी सेवाएं, उत्तर प्रदेश के डायरेक्टर डॉ. सिकंदर हयात सिद्दीकी ने सभी सरकारी व निजी यूनानी मेडिकल कॉलेज को कहा है कि वह बेहीदाना, सपिस्तां व उन्नाब को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं ताकि इसका सेवन कर वह कोरोना जैसे वायरस के संक्रमण को बेअसर कर सकें।
ऐसे करें प्रयोग
बेहीदाना तीन ग्राम, उन्नाब पांच दाना, सपिस्तां नौ दाना को 250 एमएल पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाये तब इसे छानकर साफ बर्तन में रख लें और थोड़ा-थोड़ा दिन में दो बार पियें।
अब तक 2500 लोगों को बांटी गई
राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज प्रयागराज के प्राचार्य प्रो. अनवार अहमद ने बताया कि इन औषधियों के सेवन के लिए आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से खुराक निर्धारित की गई है। 27 मई से इसका वितरण किया जा रहा है। अब तक करीब 2500 लोगों को इसे दिया दिया जा चुका है।
बोले डायरेक्टर डॉ. सिद्दीकी
डॉ. सिकंदर ने दैनिक जागरण को बताया कि यह दवाएं श्वांस नली में जाकर लेयर बना लेती हैैं और उसमें चिपके बैक्टीरिया आदि को खत्म कर देती है। इसे सुबह शाम पिलाया जाता है। खांसी में भी यह अधिक लाभकारी है। सभी यूनानी मेडिकल कॉलेजों की ओर से इसे निश्शुल्क वितरित किया जा रहा है। यह मेडिकल स्टोरों पर भी उपलब्ध है।