सीएमपी में बीएएलएलबी को हरी झंडी
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालय चौधरी महादेव प्रसाद (सीएमपी) मे बीएबीएलबी को हरी झंडी मिल गई है। इलाहाबाद विवि के बाद काउंसिलि ऑफ इंडिया की भी मंजूरी मिल गई है।
जासं, इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बाद संघटक महाविद्यालय चौधरी महादेव प्रसाद (सीएमपी) में अब बीएएलएलबी ( लॉ फाइव इयर) की पढ़ाई होगी। इविवि के बाद सीएमपी ऐसा महाविद्यालय है जहां बीएएलएलबी कोर्स संचालित होगा। प्रवेश इसी सत्र से दिया जाएगा। चार, पांच व छह सितंबर को काउंसिलिंग होगी।
बीएएलएलबी की पढ़ाई अभी केवल इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ही है। यहां कुल 120 सीटें हैं। बाकी किसी महाविद्यालय में लॉ फाइव इयर कोर्स नहीं संचालित है। संघटक महाविद्यालयों में इलाहाबाद डिग्री कॉलेज व चौधरी महादेव प्रसाद में ही विधि विभाग हैं पर केवल एलएलबी व एलएलएम कोर्स संचालित हैं। प्राचार्य डॉ. आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले दिनों बार काउंसिल ऑफ इंडिया का चार सदस्यीय दल कोर्स की मान्यता के लिए जांच के लिए आया था। जांच में सभी मानक सही पाए जाने के बाद 15 अगस्त को बंगलूरू में हुई बैठक में बीएएलएलबी कोर्स संचालित करने की मंजूरी मिली थी। बस, स्टैंडिंग कमेटी के अप्रूवल लेटर का इंतजार था, वह भी मिल गया। चार, पांच व छह सितंबर को विद्यार्थियों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया है। जो छात्र बीएएलएलबी में प्रवेश लेना चाहते हों वे सुबह 10 बजे से अपराह्न दो बजे के बीच महाविद्यालय के विधि विभाग में संपर्क कर सकते हैं। प्रवेश उन्हीं विद्यार्थियों को दिया जाएगा, जिन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में भाग लिया हो।
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पहले बैच में 120 सीटों पर होगा प्रवेश
बीएएलएलबी की 120 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। इनमें दो सेक्शन ए और बी होंगे। विश्वविद्यालय में अभी 120 सीटें हैं। छात्रों को हाईटेक क्लासरूम व मूटकोर्ट की भी सुविधा मिलेगी, जिसमें हाईकोर्ट व सुप्रीमकोर्ट के न्यायमूर्ति भाग लेंगे। बीएएलएलबी में प्रवेश लेने वाले छात्रों को लगभग 50 हजार रुपये प्रति वर्ष फीस देनी होगी। इविवि में भी कमोवेश 50 हजार के आसपास ही फीस है। डॉ. आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि छात्रों को बेहतर सुविधाएं व पढ़ाई का माहौल देने का प्रयास किया जाएगा।