अमेठी जेल में बंद बाबा खोलेगा सुपारी का राज
शूटरों ने कबूल किया कि विकास गिरि उर्फ बाबा पुत्र रामचंद्र निवासी देवा पश्चिम सांगीपुर प्रतापगढ़ के साथ मिलकर अजय सिंह पर हमला किया था।
प्रयागराज : जार्जटाउन में लिडिल रोड पर प्रॉपर्टी डीलर अजय सिंह (52) को गोली मारने वाले दो शूटरों की गिरफ्तारी से साफ हो गया कि बीस लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी गई थी। शूटरों का सरगना चूंकि अमेठी जेल में बंद है इसलिए यह पता नहीं चल सका कि अजय सिंह को कौन मरवाना चाहता है। उसी ने पांच लाख रुपये एडवांस शूटरों को दिया था। अब पुलिस अमेठी जेल में बंद विकास गिरी उर्फ बाबा को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
एसएसपी नितिन तिवारी के मुताबिक 31 अगस्त की रात लिडिल रोड निवासी प्रॉपर्टी डीलर अजय सिंह पर तीन शूटरों ने हमला किया था। मूल रूप से झूंसी के रहीमापुर शेरडीह निवासी अजय सिंह कार से लिडिल रोड स्थित घर लौट रहे थे। बाइक सवार हमलावरों ने कार के बगल पहुंच फाय¨रग शुरू कर दी। एक गोली लगने से कार का शीशा टूट गया। इसके बाद हमलावरों ने दूसरी गोली मारी। अजय कार से निकलकर भागे तो हमलावरों ने पीठ में गोली मार दी। अजय गिरे तो हमलावर बाइक से निकल भागे। सीओ कर्नलगंज आलोक मिश्र के नेतृत्व में इंस्पेक्टर जार्जटाउन निशिकांत राय ने शूटर अजय पासी पुत्र बाबू लाल निवासी टेकनियापुर, सांगीपुर प्रतापगढ़ और श्रवण उर्फ पांडेय वर्मा पुत्र भीम वर्मा निवासी भीखमशाह का पुरवा, अंतू प्रतापगढ़ को गिरफ्तार किया।
शूटरों ने कबूल किया कि विकास गिरि उर्फ बाबा पुत्र रामचंद्र निवासी देवा पश्चिम सांगीपुर प्रतापगढ़ के साथ मिलकर अजय सिंह पर हमला किया था। एसएसपी के मुताबिक किसी ने अजय सिंह की हत्या कराने को बीस लाख रुपये की सुपारी विकास गिरि को दी थी। उसने इन दो शूटरों से संपर्क किया। पांच-पांच लाख रुपये दोनों को देना तय हुआ। एक-एक लाख रुपये एडवांस दे दिए। इसके बाद रेकी कर अजय सिंह पर हमला किया गया। वारदात के बाद शातिर विकास दूसरे मामले में सरेंडर कर जेल चला गया। अभी वह अमेठी जेल में बंद है। उससे ही पता चलेगा कि अजय सिंह को कौन मरवाना चाहता है।