बीमारियों को समान रूप से देखने की चिकित्सा पद्धति है आयुर्वेद, बोले बीएचयू के पूर्व कुलपति जीएस त्रिपाठी
डा. प्रेमशंकर पांडेय ने सभी को भगवान धनवंतरि जयंती व राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की बधाई दी। साथ ही उन्होंने आयुर्वेद की लंबी परंपरा पर विचार व्यक्त किए। प्रथम वक्ता डा. एसएस उपाध्याय ने कहा कि प्रकृति से सामंजस्य स्थापित करते हुए संतुलित आहार विहार ही स्वास्थ्य की गारंटी है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद संग्रहालय और विश्व आयुर्वेद परिषद् (काशी प्रांत) ने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को संग्रहालय में भगवान धनवंतरि जयंती समारोह आयोजित किया। मुख्य अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी रहे। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो व्याधियों को पृथक-पृथक करके नहीं देखती। ठीक उसी तरह से जैसे हमारे महर्षियों ने सम्पूर्ण जगत को परमात्मा का प्रतिविम्ब माना। उन्होंने कहा कि संस्कृति व सरोकारों से जोड़ने वाले ऐसे कार्यक्रमों की श्रृंखला अनवरत रहनी चाहिए। स्वागत वक्तव्य डा. राजेश मिश्र ने किया।
संतुलित आहार विहार ही स्वास्थ्य की गारंटी
अध्यक्षीय संबोधन में डा. प्रेमशंकर पांडेय ने सभी को भगवान धनवंतरि जयंती व राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की बधाई दी। साथ ही उन्होंने आयुर्वेद की लंबी परंपरा पर विचार व्यक्त किए। प्रथम वक्ता डा. एसएस उपाध्याय ने कहा कि प्रकृति से सामंजस्य स्थापित करते हुए संतुलित आहार विहार ही स्वास्थ्य की गारंटी है। डा. विनोद कुमार ने आयुर्वेद को सतत और स्थायी बताया। डा. वीएन त्रिपाठी ने कहा कि आयुर्वेद मानव के धरा पर आने के साथ ही आरंभ हो चुका था जिसका प्रमाण हमें वेदों और अष्टांग हृदय से प्राप्त होता है। विश्व आयुर्वेद परिषद् की तरफ से वैद्य शालिग्राम गुप्त, वैद्य प्रेमशंकर पांडेय, वैद्य जयशंकर शुक्ल, वैद्य चन्द्र शेखर पांडेय, प्रो.चन्द्रशेखर पांडेय, वैद्य आशुतोष मालवीय को धनवंतरि सम्मान से सम्मानित किया गया। संचालन डा. एनके पांडेय ने और धन्यवाद ज्ञापन डा. जे नाथ ने किया।
रैली निकाल डेंगू से बचाव के प्रति किया जागरूक
नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को झूंसी में डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता रैली निकाली गई। इसकी अगुवाई नगर निगम कार्यालय झूंसी के जोनल अधिकारी मदन गोपाल यादव ने की। लोगों को पम्पलेट बांटकर डेंगू से बचाव के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी गई। रात में मच्छरदानी लगाने व कूलरों में पानी न जमा होने देने की बात कही गई। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य आशु पाण्डेय, जिला मलेरिया अधिकारी आनंद कुमार सिंह, सत्येंद्र सिंह, वंदना गुप्ता, मो. नईम, हरिशंकर व श्याम सिंह आदि मौजूद रहे।
अंधविश्चास के प्रति चेतना लाने का प्रयास
पासी विवाह कल्याण समिति की बैठक पहाड़ीपुर छिवैयां गांव में हुई। इस दौरान नशा मुक्ति, अंधविश्वास, पाखंडवाद, दहेज उन्मूलन समेत कई मुद्दो पर चर्चा की गई। इसके मुख्य अतिथि पूर्व एसडीएम माताफेर रहे। विशिष्ट अतिथि वंशीधर सरोज ने कहा कि यह समिति पासी समाज के गरीब लड़के-लड़कियों की शादी कराने का काम कर रहा है। यह बहुत ही प्रशंसनीय है। पासी समाज के लोगों को अंधविश्वास के प्रति जागरूक करने का काम समिति द्वारा किया जा रहा है। इस अवसर पर विनय प्रकाश सराेज, केसी सरोज, रामसिंह, दयाराम सराेज, सूर्यबली सरोज आदि मौजूद रहे