दूसरे शहर के बदमाशों ने किया था पूर्व जिपं सदस्य पर हमला Prayagraj News
पूर्व जिला पंचायत सदस्य के वाहन पर फायरिंग के आरोपित स्थानीय के साथ ही अन्य जनपदों के थे। पुलिस ने कई को उठाया तो पुलिस को जानकारी हुई। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव की सफारी कार पर ताबड़तोड़ फायङ्क्षरग करने वाले कई बदमाश दूसरे शहर के रहने वाले हैं। क्राइम ब्रांच और झूंसी पुलिस ने छापेमारी कर कुछ संदिग्ध बदमाशों को उठा लिया है। सभी से कड़ाई से पूछताछ हुई तो हमलावरों के बारे में सुराग लगा। यह भी पता चला है कि बाहरी बदमाशों के साथ ही कुछ स्थानीय युवक भी शामिल थे। सभी ने मिलकर हमले की योजना बनाई थी। अब उनके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की जा रही है।
नामजद ब्लॉक प्रमुख व भाई फरार, घर पर लटका ताला
वहीं, मामले में नामजद आरोपित ब्लॉक प्रमुख अरुणेंद्र यादव, उनके भाई अमर और चंद्रजीत भी फरार हैं। पुलिस जब उनके घर पहुंची तो वहां ताला लटकता मिला। आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस वापस लौट आई। कहा जा रहा है कि अरुणेंद्र शहर से बाहर हैं। ऐसे में उनकी भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है।
पूर्व जिपं सदस्य के वाहन पर फायरिंग में गार्ड हुआ था जख्मी
झूंसी थाना क्षेत्र के छतनाग गांव निवासी अशोक यादव और उनका भाई राजकुमार अलग-अलग वाहनों से सोमवार सुबह बीडीसी सदस्यों से मिलने जा रहे थे। सुबह करीब साढ़े सात बजे जैसे ही चकहरिहर वन चौराहे के पास पहुंचे, तभी कई बदमाशों ने उनकी कार पर फायङ्क्षरग शुरू कर दी। इससे अशोक की कार क्षतिग्रस्त हो गई और निजी गनर जवाहर लाल द्विवेदी जख्मी हो गया। इस पर हमलावर फायङ्क्षरग करते हुए भाग निकले। गनर जवाहर लाल चित्रकूट जिले के राजापुर थाना क्षेत्र के नैनी गांव का मूल निवासी है। घटना के पीछे ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने व पुरानी रंजिश को कारण माना गया है।
बोले झूंसी इंस्पेक्टर
इंस्पेक्टर झूंसी विनोद कुमार का कहना है कि कुछ सुराग मिला है, जल्द ही हमलावरों के बारे में पता लगा लिया जाएगा। क्राइम ब्रांच भी कई संदिग्ध नंबरों के जरिए गोली चलाने वालों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
कार्बाइन से भी गोली चलाने की चर्चा
सफारी कार पर कार्बाइन से भी गोली चलाने की चर्चा है। अशोक यादव भी ऐसा दावा कर रहे हैं, लेकिन पुलिस 31 बोर की पिस्टल बता रही है। कहा जा रहा है कि हमलावरों के पास कार्बाइन थी, लेकिन गोली फंसने के कारण उसका इस्तेमाल नहीं हुआ। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज में कैद हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के बाद ही यह साफ होगा कि किस तरह के असलहे का इस्तेमाल हुआ था।
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