Move to Jagran APP

'उमेश पलवा को जौन दिन मरवाऊंगा 15 दिन नेशनल टीवी पर चली', अतीक अहमद ने प्रॉपर्टी डीलर को दी थी धमकी

धूमनगंज थाने में दर्ज एफआइआर के मुताबिक 22 नवंबर 2018 को असलहे से लैस कार सवार लोगों ने बमरौली निवासी मो. जैद खालिद उसके चचेरे भाई उमेश अहमद और साथी अभिषेक पांडेय का अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद देवरिया जेल में अतीक के पास ले जाया गया था।

By Jagran NewsEdited By: Nitesh SrivastavaFri, 17 Mar 2023 11:35 AM (IST)
'उमेश पलवा को जौन दिन मरवाऊंगा 15 दिन नेशनल टीवी पर चली', अतीक अहमद ने प्रॉपर्टी डीलर को दी थी धमकी
atique ahmed: उमेश पाल हत्याकांड का कनेक्शन अब देवरिया जेल से भी जुड़ गया है।

 जागरण संवाददाता, प्रयागराज : Atique Ahmed- उमेश पाल हत्याकांड का कनेक्शन अब देवरिया जेल से भी जुड़ गया है। पांच साल पहले देवरिया जेल में बंद माफिया अतीक ने प्रापर्टी डीलर जैद खालिद की पिटाई करते हुए कहा था ‘उमेश पलवा को जौन दिन मरवाऊंगा 15 दिन नेशनल टीवी पर चली। इसलिए मुखबिरी भी तू करेगा। नहीं करेगा तो तू भी उसके साथ-साथ जान से मारा जाएगा।’

अब उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्या के बाद देवरिया जेल कांड का मामला तूल पकड़ रहा है। साथ ही प्रापर्टी डीलर जैद पर भी मुखबिरी करने का शक गहरा रहा है। जैद का श्वसुर आबिद प्रधान अतीक गैंग का सक्रिय सदस्य है। पुलिस और एसटीएफ की टीम ने इस एंगल पर भी छानबीन शुरू कर दी है।

धूमनगंज थाने में दर्ज एफआइआर के मुताबिक, 22 नवंबर 2018 को असलहे से लैस कार सवार लोगों ने बमरौली निवासी मो. जैद खालिद, उसके चचेरे भाई उमेश अहमद और साथी अभिषेक पांडेय का अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद देवरिया जेल में अतीक के पास ले जाया गया था।

जैद का आरोप है कि अतीक ने उसे देखते ही गाली-गलौज करने लगा और एक जमीन को दूसरे के नाम पर बैनामा करने के लिए कहा था। फिर लात, घूंसा और डंडे से पिटाई की। यह भी कहा कि मुझे सजा दिलवाना चाहता है, उमेश पलवा को जौन दिन मरवाऊंगा 15 दिन नेशनल टीवी पर चली। इसलिए मुखबिरी भी तू करेगा। नहीं करेगा तो तू भी उसके साथ-साथ जान से मारा जाएगा।

वहीं, जेल में पिटाई के बाद वापस लौटे प्रापर्टी डीलर समेत अन्य ने निजी अस्पताल में इलाज करवाया था, लेकिन पुलिस से शिकायत नहीं की गई। लखनऊ के प्रापर्टी डीलर मोहित की भी जेल में पिटाई का मामला उछला तो जैद की तहरीर पर धूमनगंज थाने में आठ जनवरी 2018 को मुकदमा लिखा गया।

उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की हत्या के मामले में छानबीन कर रही पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पता चला है कि खुद को माफिया का विरोधी बताने वाले एक प्रधान ने अतीक के परिवार को पनाह दी थी। हत्याकांड के बाद पुलिस ने जब छापेमारी शुरू की तो उसी प्रधान के घर पर खालिद अजीम उर्फ अशरफ की बीवी समेत परिवार के कई सदस्य छिपे थे, जिन्हें पूछताछ के लिए पकड़ा गया था।

इतना ही नहीं, सनसनीखेज वारदात में नामजद अभियुक्त अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन भी चकिया में कई दिन तक रुकने के बाद हटवा पहुंची थी। इसके बाद वहां से कुछ करीबियों की मदद से फरार हुई। गुरुवार को भी पुलिस और एसओजी की टीम ने 25 हजार की इनामी शाइस्ता की तलाश में कई जगह छापेमारी की।

पूरामुफ्ती के हटवा, असरौली, मरियाडीह, धूमनगंज के पोंगहट पुल, कसारी-मसारी और कौशांबी के पिपरी, असरावल सहित गांव में दबिश दी गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

इस दौरान माफिया के कुछ रिश्तेदारों को उठाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि हटवा निवासी एक प्रधान के घर पर शाइस्ता हत्याकांड के कई दिन बाद पहुंची थी। शाइस्ता के जाने के बाद वह प्रधान भी गांव में नजर नहीं आ रहा है। पुलिस को हैरानी उस वक्त हुई, जब यह मालूम हुआ कि प्रधान तो खुद को माफिया का विरोधी बताता था।

मगर वारदात के बाद उसी ने अतीक के परिवार को अपने घर में पनाह दी थी। इस आधार पर अब अतीक और उस प्रधान का कनेक्शन फिर से खंगाला जा रहा है। वारदात में उसकी भी भूमिका की छानबीन की जा रही है। उसके मोबाइल नंबर से लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास चल रहा है।