कई जमीन और बंगलों की लीज हो चुकी है खत्म, कब्जे में लेगी सेना Prayagraj News
दशकों पहले सेना के बंगले और जमीनें लीज पर दी जाती थीं। लीज पर देते समय उसकी कुछ शर्तें होती थीं। जैसे बिना अनुमति के वहां पर कोई निर्माण नहीं कर सकते हैं और उसे बेच नहीं सकते हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। सेना की ओर से दशकों पहले लीज पर जो बंगले और जमीन दिए गए थे। अब उनकी लीज बढऩा मुश्किल है। खासकर जिन लोगों ने लीज की शर्तों का उल्लंघन किया है। ऐसे करीब दर्जनभर मामलों में रक्षा संपदा विभाग ने नोटिस भी दिया है।
लीज की शर्तों का उल्लंघन किया
दशकों पहले सेना के बंगले और जमीनें लीज पर दी जाती थीं। लीज पर देते समय उसकी कुछ शर्तें होती थीं। जैसे बिना अनुमति के वहां पर कोई निर्माण नहीं कर सकते हैं और उसे किसी को बेच नहीं सकते हैं। लेकिन लीज पर जमीन या बंगला पाने वालों ने सालों बाद उसमें कई बदलाव कर दिए हैं। कई जमीनों पर अवैध निर्माण भी हो गए और कहीं-कहीं व्यावसायिक गतिविधियां भी चलाई जा रही हैं। ऐसे ही मामले में 31 दिसंबर 2019 को रक्षा संपदा विभाग ने लोकमान्य तिलक लोक सेवा समिति अलोपीबाग को दी गई जमीन अपने कब्जे में लेने का फैसला किया है।
रक्षा संपदा विभाग दे चुका है नोटिस
इस तरह के ही करीब दर्जनभर मामले और हैं। ऐसे लोगों को रक्षा संपदा विभाग बंगले व जमीनें खाली किए जाने की नोटिस दे चुका है। दरअसल सेना को जमीनों की जरूरत है। कहीं पर फौजियों के लिए आवास बनाने हैं तो कुछ अन्य कार्य के लिए जमीन की दरकार है। इसलिए सेना अपनी पुरानी जमीनों पर हुए कब्जे को हटा रही है। इसी क्रम में जिनकी लीज पूरी हो गई, उन जमीनों को भी खाली कराया जा रहा है। जिन्हें नोटिस दिया गया है, आने वाले दिनों में उन जमीनों को सेना कब्जे में ले सकती है।