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इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दाखिले की दौड़ शुरू हो गई है। प्रवेश परीक्षा में इस बार माइनस मार्किंग की व्यवस्था नहीं रहेगी। गरीब सवर्णों को प्रवेश में 10 फीसद आरक्षण का लाभ मिलेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 01:11 PM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 01:11 PM (IST)
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू

प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक, परास्नातक, विधि सहित अन्य पाठ्यक्रमों में शैक्षणिक सत्र 2019-20 में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन शुक्रवार से शुरू हुआ। छात्र-छात्राओं ने सुबह चार बजे से आवेदन की कवायद शुरू कर दिया। इविवि में सभी पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन तीन मई की रात 12 बजे तक लिए जाएंगे।

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प्रवेश को अलग वेबसाइट
प्रवेश के लिए अलग वेबसाइट बनाई गई है। इसका लिंक इविवि की वेबसाइट से प्राप्त किया जा सकता है। सबसे खास बात यह है कि इस बार इविवि में आर्थिक आरक्षण के आधार पर 10 फीसद आरक्षण मिलेगा। इसके लिए 10 फीसद सीटें भी बढ़ाई गई हैं। प्रवेश परीक्षा में तकरीबन 1 लाख 25 हजार अभ्यर्थियों के बैठने की संभावना है। इस बार नई व्यवस्था के तहत प्रवेश फॉर्म भरने के दौरान हॉस्टल का भी फॉर्म भरने का विकल्प रहेगा।

 20 मई से प्रवेश परीक्षा, 15 जून तक परिणाम
प्रवेश प्रक्रिया तीन चरणों में होगी। पहले चरण में 20 मई से 22 मई तक परास्नातक और संयुक्त शोध प्रवेश (क्रेट) की परीक्षा होगी। दूसरे चरण में 27 मई से 29 मई तक स्नातक की प्रवेश परीक्षा और 30 मई से सात जून तक प्रोफेशनल कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। इस बार माइनस मार्किंग नहीं रहेगी। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि क्वालीफाइंग माक्र्स तय कर दिया गया है। स्नातक और परास्नातक में अनारक्षित वर्ग को 30 फीसद और आरक्षित वर्ग को 27 फीसद अंक हासिल करना अनिवार्य है। वहीं, क्रेट में आरक्षित वर्ग के लिए 50 और अनारक्षित वर्ग के लिए 45 फीसद अंक अनिवार्य है। स्नातक और परास्नातक के रिजल्ट 10 जून से 15 जून के बीच आ जाएंगे। प्रवेश प्रक्रिया प्रवेश भवन से ही होगी। 15 जून से 10 जुलाई के बीच प्रवेश लिया जाएगा।

 ऑफलाइन होगी संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा
पीएचडी में दाखिले के लिए होने वाली इविवि की संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट) ऑफलाइन कराई जाएगी। वहीं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की कुछ परीक्षाएं सिर्फ ऑनलाइन होंगी। जबकि, स्नातक, परास्नातक, विधि आदि पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से प्रवेश परीक्षा आयोजित होगी। परीक्षार्थी कोई एक विकल्प चुन सकेंगे।

 क्रेट में लिखित परीक्षा को इन्हें छूट
क्रेट में नेट और जेआरएफ समेत सभी अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा में शामिल होना होगा। केवल शिक्षक अभ्यर्थियों एवं विदेशी छात्रों को ही लिखित परीक्षा से छूट मिलेगी। तीन चरण में होने वाली क्रेट परीक्षा में पहले लेवल में 50 फीसद प्रश्न रिसर्च मेथडलॉजी के होंगे।

 दो नए कोर्स में भी ले सकेंगे प्रवेश
इस बार गांधी दर्शन और विचार पर छह महीने के पीजी डिप्लोमा कोर्स के लिए भी आवेदन कर सकेंगे। इसके अलावा वुमेन स्टडीज में पीजी डिप्लोमा और एमएससी इन फूड एंड न्यूट्रीशन साइंस में भी पीजी डिप्लोमा हासिल कर सकते हैं।


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