अंकित को मनोविज्ञान के क्षेत्र में मिला यंगेस्ट राइटर का अवार्ड
यंगेस्ट राइटर का अवार्ड 12वीं के छात्र अंकित वर्मा को मिला। मनोविज्ञान के क्षेत्र में उन्हें इस अवार्ड से नवाजा गया।
प्रयागराज : 12 साल की उम्र से ही पढऩे और लिखने के जज्बे ने 12वीं पास छात्र अंकित कुमार वर्मा को लेखन के क्षेत्र में अलग पहचान दी है। अंकित को मनोविज्ञान के ऊपर लिखी गई किताब 'कैन आइ' के लिए 21 दिसंबर को इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉड्स लंदन की ओर से फास्टेस्ट बुक रिवाइज एडीशन का अवार्ड दिया गया है। इसके अलावा इंडिया बुक ऑफ रिकॉड्स द्वारा यंगेस्ट राइटर इन द फील्ड ऑफ साइकोलॉजी से नवाजा गया है।
गिनीज बुक में दर्ज कराना चाहते हैं नाम
विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल से 2017 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने वाले अंकित कुमार वर्मा का सपना सबसे ज्यादा पेज की किताब लिखकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉड्र्स में नाम दर्ज कराना है। इसके अलावा ऐसी किताबों का लेखन करना है जो लोगों का जीवन बदलने और सपनों को पूरा करने में मदद करना है। अंकित ने बताया कि उसने कक्षा सात में ही इस किताब को लिख लिया था। पिता जीसी वर्मा आर्मी में हैं। वे जब जालंधर से परिवार सहित प्रयागराज ट्रांसफर होने लगे तो उसी में वह किताब गुम हो गई।
प्रयागराज में फिर किताब लिखने की मिली प्रेरणा
अंकित कुमार वर्मा का कहना है कि प्रयागराज आने के बाद शिक्षकों और माता-पिता ने फिर से उस किताब को लिखने की प्रेरणा दी। जनवरी 2017 में उस पर दोबारा काम शुरू किया और नवंबर 2017 में किताब पूरी हुई। भावापुर करेली के रहने वाले अंकित का कहना है कि इस किताब को लिखने का उद्देश्य अपनी उम्र वर्ग के युवाओं को प्रेरित करना है। इस किताब में अंकित ने यह बताया कि कि बाधाओं को पार कर कैसे अपने सपनों को पूरा किया जाए।