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नाराज दंडी संन्यासियों ने मेला प्रशासन को चेतावनी दी

दंडी संन्यासी गंगोली शिवाला से आगे जाने को तैयार नहीं हैं। मेला प्रशासन को चेतावनी दी है। साथ ही सीएम योगी आदित्‍यनाथ को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 11:34 AM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 11:34 AM (IST)
नाराज दंडी संन्यासियों ने मेला प्रशासन को चेतावनी दी

प्रयागराज : अखाड़ों के चलते दंडी स्वामीनगर आगे बसाने से दंडी संन्यासी नाराज हैं। वह किसी भी हालत में गंगोली शिवाला से आगे शिविर लगाने को तैयार नहीं हैं। मेला प्रशासन को अपनी मंशा से अवगत कराने के बाद अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति के महामंत्री स्वामी ब्रह्माश्रम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस संबंध में पत्र लिखा है। इसमें वृद्ध दंडी संन्यासियों को संगम जाने में दिक्कत एवं परंपरा का हवाला देते हुए गंगोली शिवाला मार्ग पर जमीन व सुविधा मांगी गई है।

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 मेला प्रशासन ने अखाड़ों को गंगा के पूरब यानी झूंसी की ओर बसाने का निर्णय लिया है। हर अखाड़े ने सात सौ मीटर गहरान मांगी है जो काली मार्ग से आगे जा रहा है। साथ ही अखाड़ों का शिविर लगने के बाद उनके महामंडलेश्वरों को बसाया जाएगा। मौजूदा समय में 13 अखाड़ों में करीब एक हजार से अधिक महामंडलेश्वर हैं। उन्हें जमीन मिली तो नागवासुकी मंदिर के सामने तक महामंडलेश्वरों का ही शिविर लग जाएगा। प्रशासन की इस रणनीति को दंडी संन्यासियों ने खारिज कर दिया है।

वृद्ध संन्यासियों को होगी दिक्कत :

अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंधन समिति के महामंत्री स्वामी ब्रह्माश्रम का कहना है कि दंडी संन्यासियों का शिविर सदैव गंगोली शिवाला के सामने लगा है। हमारी समिति के सारे सदस्यों का मत है कि इस बार भी वहीं लगेगा, क्योंकि दंडी संन्यासियों में 560 संन्यासी 60 साल से अधिक आयु के हैं। दूर बसाने पर उन्हें संगम स्नान करने में दिक्कत होगी, इसलिए हम आगे नहीं जाएंगे।

12 को जुटेंगे खाकचौक के महात्मा :

कुंभ मेला के मद्देनजर खाकचौक के महात्माओं का 12 नवंबर को जमघट होगा। महामंत्री महामंडलेश्वर संतोष दास ने बताया कि बांध स्थित रामानंदाचार्य मठ में खाकचौक व्यवस्था समित की बैठक 11 बजे होगी, जिसमें सारे मुकामधारी व प्रमुख महात्मा शामिल होंगे। इसमें कुंभ मेला में शिविर लगाने के लिए जमीन व सुविधा पर चर्चा की जाएगी।


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