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अलोपीबाग फ्लाई ओवर पर अब जाम नहीं लगेगा, गोल चक्कर बनेगा Prayagraj News

समस्या वहां आती है जहां सोहबतियाबाग नए यमुना पुल और झूंसी शास्त्री ब्रिज से आने वाले वाहनों का टर्निंग प्वाइंट है। वहां पर वाहनों को यू-टर्न लेना पड़ता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 08:27 AM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 05:34 PM (IST)
अलोपीबाग फ्लाई ओवर पर अब जाम नहीं लगेगा, गोल चक्कर बनेगा Prayagraj News
अलोपीबाग फ्लाई ओवर पर अब जाम नहीं लगेगा, गोल चक्कर बनेगा Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। अलोपीबाग फ्लाई ओवर पर अब हादसे की गुंजाइश नहीं रहेगी। वाहन सवारों को अब यू-टर्न नहीं लेना पड़ेगा। और न ही छोटे वाहन सवारों को ही जाम की समस्‍या से दिक्कत होगी। क्योंकि फ्लाई ओवर के इस स्थान पर अब गोल चक्कर बनाया जाएगा। गोल चक्कर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने इसके लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया है।

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फ्लाई ओवर बनने से शहर में जाम की समस्या से मिली है राहत

परेड मैदान के पास हर्षवर्धन चौराहे पर अब से करीब छह वर्ष पहले फ्लाई ओवर बनाया गया था। बैरहना के नया पुल तिराहे से शहर में बड़े वाहनों को रोकने के लिए इसे बनाया गया था। एक रास्ता बैरहना चौराहा से और नए यमुना पुल पर आने वाले रीवा और मीरजापुर के वाहन इससे होकर झूंसी जाते हैं। दूसरी ओर सोहबतियाबाग से होकर आने वाले कानपुर रोड के बड़े वाहन भी इसी फ्लाई ओवर से गुजरते हैं। समस्या वहां आती है, जहां सोहबतियाबाग, नए यमुना पुल और झूंसी शास्त्री ब्रिज से आने वाले वाहनों का टर्निंग प्वाइंट है। वहां पर वाहनों को यू-टर्न लेना पड़ता है। इससे हादसे और जाम की समस्‍या रहती है। इसी को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है।

कुंभ से पहले 30 करोड़ की लागत से बना था फ्लाई ओवर

2013 कुंभ के पहले लगभग 30 करोड़ की लागत से अलोपीबाग में फ्लाई ओवर का निर्माण कराया गया था। फ्लाई ओवर सरदार पटेल सेवा संस्थान के सामने से शुरू होकर बांगड़ धर्मशाला के पहले समाप्त होता है। इससे झूंसी से नैनी की तरफ जाने और उधर से आने वाली गाडिय़ों के लिए सुविधा हो गई है और हर्षवर्धन चौराहे पर जाम की समस्या भी लगभग खत्म हो गई। इधर गीता निकेतन डॉट पुल की तरफ से फ्लाई ओवर हर्षवर्धन की प्रतिमा के पास आकर मिलता है। डॉट पुल के नीचे से जाने वाले लोगों को सुविधा हो गई, लेकिन पुल जहां पर मिलता है। वहां पर यूटर्न के लिएजगह कम होने से लोगों को परेशानी होती हैै। गाड़ी आसानी से घूम नहीं पाती है। इस वर्ष लगे कुंभ के दौरान अलोपीबाग में सड़क चौड़ीकरण होने पर पुल के नीचे थोड़ी जगह हो गई। इसलिए वहां पर पिलर बनाकर गोल चक्कर बनाने की योजना चल रही है।

राज्य सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक

उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम प्रयागराज के मुख्य परियोजना प्रबंधक आरके सिंह का कहना है कि अभी अलोपीबाग फ्लाई ओवर पर गोल चक्कर बनाने के लिए सर्वे किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की प्रक्रिया होगी।


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