Allahabad University में दाखिले की दौड़, पहली बार पटना में प्रवेश परीक्षा केंद्र बनेगा Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहली बार झांसी के बाद पटना में प्रवेश परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी में है। इविवि के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने इसकी मांग की थी।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) पहली बार झांसी के अलावा पटना में प्रवेश परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी में है। इसके लिए छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी को पत्र लिखा था। प्रवेश प्रकोष्ठ ने इस ओर कवायद तेज कर दी है।
इविवि छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने मांग की थी
पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों से सर्वाधिक छात्र-छात्राएं प्रवेश लेते हैं, जिनके लिए वाराणसी में परीक्षा केंद्र बनाया जाता है। इविवि छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रोहित मिश्र और पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्र भेजकर मांग किया कि बिहार में भी न्यूनतम दो केंद्र बनाए जाएं। इविवि के प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि बिहार के परीक्षार्थियोंके लिए पटना में प्रवेश परीक्षा केंद्र बनाए जाने की तैयारी चल रही है। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आए हुए आवेदन के आधार पर केंद्र का निर्धारण कर दिया जाएगा।
यूजी में सर्वाधिक 28,110 आवेदन
प्रवेश के लिए अब तक स्नातक स्तर (बीए, बीएससी, बीकॉम, बीएफए, बीपीए) में सर्वाधिक 28,110 ने आवेदन किए, जिनमें से 13,364 ने अंतिम तौर पर आवेदन फॉर्म सबमिट कर दिया। इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आइपीएस) में 7846 ने आवेदन किए जिनमें 335 ने प्रक्रिया पूरी की। बीएएलएलबी में 3,488 में 1,795, एलएलबी में 4,834 में 2,284, पीजीएटी वन और टू में 12,067 में 2,746, बीएड में 1,042 में 526, एलएलएम में 917 में 588, एमबीए में 410 में 207 और एमएड में 280 में 141 ने अंतिम तौर पर आवेदन फॉर्म सबमिट किया है।
बोले, प्रवेश समिति के सदस्य
प्रवेश समिति के सदस्य डॉ. शैलेंद्र राय ने बताया कि गुरुवार की शाम तक 58,994 ने आवेदन किए जा चुके थे। इनमें से 21,976 ने अंतिम तौर पर आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई।