संसद में उठा महिला छात्रावास की सुरक्षा पर सवाल तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने दी सफाई
सभी महिला छात्रावासों के अधीक्षकों की बैठक हुई। इसमें सभी अधीक्षकों ने एक स्वर में कहा कि सांसद जया बच्चन ने महिला छात्रावासों को लेकर जो मुद्दा उठाया है वह गलत है।
प्रयागराज, जेएनएन। सपा सांसद जया बच्चन ने बुधवार को संसद में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास की सुरक्षा पर सवाल उठाया था। उन्होंने इविवि छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह की शिकायत पर इस मामले को रखा था। सांसद ने कहा था कि इलाहाबाद विवि के सभी छह महिला हॉस्टलों की सुरक्षा दांव पर है। छात्राओं की लंबे समय से शिकायत है कि छात्रावास में बाहर से आने वाले वर्कर काम खत्म होने के बाद भी घूमते रहते हैं, इससे माहौल असुरक्षित हो रहा है। तो इविवि प्रशासन ने इस पर सफाई पेश की। इस संबंध में चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में सभी महिला छात्रावासों के अधीक्षकों की बैठक हुई। इसमें सभी अधीक्षकों ने एक स्वर में कहा कि सांसद जया बच्चन ने महिला छात्रावासों को लेकर जो मुद्दा उठाया है, वह गलत है।
अधीक्षकों ने कहा, छात्राओं के साथ अशोभनीय आचरण नहीं होता
सभी अधीक्षकों ने कहा कि इन छात्रावासों में कोई निर्माण रात में नहीं होता है। दिन में शहर में ट्रक आदि पर नो इंट्री होने के कारण निर्माण सामग्री रात में आती है। किसी भी छात्रा के साथ अशोभनीय आचरण नहीं होता है। बैठक में चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. हर्ष कुमार के अलावा अधीक्षिका प्रो. शंाति सुंदरम, डॉ. दीपशिखा सोनकर, डॉ. सरोज यादव, डॉ. ज्योति मिश्रा, डॉ. अर्चना सिंह, डॉ. रीतू मोदी, डॉ. नीलाफेर हफीज आदि मौजूद रहे।
ऋचा सिंह आठ दिसंबर तक खाली कर दें छात्रावास
उधर इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व पूर्व शोध छात्रा ऋचा सिंह को महिला छात्रावास खाली करने के लिए आठ दिसंबर तक का समय दिया गया। इसके साथ ही उन्हें अवैध रूप से छात्रावास में रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे ने इस संबंध में डीएम और एसएसपी को भी पत्र लिखा है।
ऋचा के छात्रावास में रहने की अवधि समाप्त हो गई है
चीफ प्राक्टर ने बताया कि ऋचा सिंह को सात सितंबर 2015 को महिला परिसर स्थित एचओआर छात्रावास में प्रवेश दिया गया था। छात्रावास में रहने की अवधि समाप्त हो गई है। विगत वर्ष सत्र 2018-19 का समर चार्ज न जमा करने के कारण यह अवैध रूप से रह रही हैं। अधीक्षक द्वारा बार बार नोटिस दिए जाने पर छात्राओं को भड़काना, निर्माण बाधित करना, सपा की नेता होने का धौंस जमाने जैसी अनुशासनहीनता इनके द्वारा की जा रही है। विवश होकर उन्हें आठ दिसंबर तक की मोहलत दी गई है।