Allahabad University में इस साल से चार वर्ष का हो जाएगा ग्रेजुएशन, नई शिक्षा नीति लागू करने की तैयारी तेज
Allahabad University News इलाहाबाद विश्वविद्यालय सीयूईटी की आवेदन प्रक्रिया से पहले नई शिक्षा नीति को लागू करने की तैयारी में है। इसके तहत अब तीन नहीं चार साल का स्नातक कोर्स हो जाएगा। दो सेमस्टर और दो मिडटर्म सेमेस्टर परीक्षाएं होंगी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में संचालित तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम अब नए सत्र से इतिहास बन जाएगा। विश्वविद्यालय सत्र 2023-24 से नई शिक्षा नीति को लागू करने जा रहा है। इसके बाद चार वर्षीय स्नातक सेमेस्टर आधारित पाठ्यकम प्रभावी हो जाएगा। चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों के प्रथमवर्ष में प्रवेश संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के जरिए होंगे वहीं, दस नए पंचवर्षीय प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों में प्रवेश पोस्ट ग्रेजुएट एडमिशन टेस्ट (पीजीएटी) के जरिए किए जाएंगे।
आठ सेमेस्टर में विभाजित होगा चार वर्षीय कोर्स
नई शिक्षा नीति लागू करने को लेकर इवि प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है। इसके लिए विश्वविद्यालय के स्टेट्यूट में परिवर्तन करना होगा। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम संचालित होता है। इस पाठ्यक्रम में परीक्षा वर्ष में एक बार होती है। अब लागू होने जा रहा चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम आठ सेमेस्टर में विभाजित होगा। हर सेमेस्टर में छात्रों को मिडर्टम और फिर एंड सेमेस्टर परीक्षाओं से गुजरना होगा।
कई विभागों ने ले लिया पाठ्यक्रमों का अप्रूवल
स्नातक पाठ्यक्रमों के सभी विभागों ने नई शिक्षा नीति के अनुरुप पाठ्यक्रम तैयार कराते हुए विभिन्न समितियों से अप्रूवल भी ले लिया है। वहीं, कई विभाग अभी अप्रूवल की प्रक्रिया में हैं। यह व्यवस्था इसी सत्र से लागू होनी है, ऐसे में सीयूईटी की आवेदन प्रक्रिया से पूर्व ही नए पाठ्यक्रम शुरू करने की औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। चार वर्षीय नए पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को विषय चयन की पूरी आजादी होगी। अपने पाठ्यक्रम से इतर वे दूसरे पाठ्यक्रमों के विषयों को भी लेकर पढ़ सकेंगे।यह नया पाठ्यक्रम लचीला होगा। प्रथमवर्ष में प्रमाणपत्र, दूसरे वर्ष में डिप्लोमा, तीसरे वर्ष में डिग्री और चौथे वर्ष में डिग्री आनर्स की पढ़ाई होगी।
बीस विभागों ने मिलकर तैयार किया था पाठ्यक्रम
साथ ही सभी विभागों को 13 स्किल डेवलपमेंट पाठ्यक्रमों को बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। ऐसे पाठ्यक्रम जिनको कला, विज्ञान और वाणिज्य वर्ग के विद्यार्थी चयन कर सकें।
क्या कहते हैं अधिकारी
जनसंपर्क अधिकारी प्रो. जया कपूर ने बताया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नए सत्र से नई शिक्षा नीति को लागू करने की तैयारी कर रहा है। विश्वविद्यालय को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत नए पाठ्यक्रम संरचना का क्रियान्वयन करना है। क्रियान्वयन की तैयारियां इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार बढ़ाई जा रही हैं।