संगम नगरी में प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़ा, अपात्रों को दिया गया लाभ; जांच के बाद की जाएगी रिकवरी
संगम नगरी में प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। इसकी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही प्रयागराज जनपद में योजना की किस्त पर रोक लगा दी गई है। जिले में बड़ी संख्या में अपात्रों को आवास का लाभ दे दिया गया है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : संगम नगरी में प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। इसकी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही प्रयागराज जनपद में योजना की किस्त पर रोक लगा दी गई है। जिले में बड़ी संख्या में अपात्रों को आवास का लाभ दे दिया गया है।
यही नहीं काफी संख्या में अपात्रों को पहली किस्त जारी कर दी गई। कुछ को तो दूसरी किस्त भी दे दी गई। ऐसे में ऊपर तक शिकायत हुई तो अगली किस्त पर रोक लग गई। बताते हैं कि इस फर्जीवाड़ा में सबसे ज्यादा ग्राम विकास अधिकारियों तथा ग्राम पंचायत अधिकारियों ने मनमानी की।
14 ग्राम विकास अधिकारियों को किया गया निलंबित
प्रधानों से मिलीभगत कर ये ब्लाक के कर्मचारियों ने अपनी जेब गरम की और मनमाने तरीके से अपात्रों को इसका लाभ दे दिया। इसके कारण अब तक 14 ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं।
जिले में लगभग 41952 लोगों को आवास योजना की सूची में रखा गया था। इसमें 4280 अपात्र पाए गए थे, जिनके नाम सूची से बाहर कर दिए गए थे। 37752 पात्रों की सूची तैयार हुई, जिसमें 37003 को पहली किस्त, 33358 को दूसरी किस्त, 7751 को तीसरी किस्त दे दी गई। काफी संख्या में अपात्र पाए गए हैं। परियोजना निदेशक अशोक कुमार मौर्य ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है।