आंतरिक मूल्यांकन में इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय ने दी राहत Prayagraj News
अब यदि कोई विद्यार्थी टेस्ट-1 और टेस्ट-2 दोनों में शामिल हुआ है तो उसके पास यह विकल्प होता है कि जिसमें उसको बेहतर अंक मिले हों उसे चुन सकता है।
प्रयागराज,जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) ने सेमेस्टर परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत दी है। आंतरिक मूल्यांकन में अब उन्हें तीन दौर से नहीं गुजरना पड़ेगा। इससे मूल्यांकन कार्य में जल्दी होने के साथ छात्र-छात्राओं को पास होने में दिक्कत नहीं होगी। यह निर्णय परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया।
अब टेस्ट-1 और मिड सेमेस्टर से ही आंतरिक मूल्यांकन का कार्य पूरा हो जाएगा
इविवि के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रामेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए कुल 40 अंक के तीन आंतरिक मूल्यांकन और 60 अंक की परीक्षा होती है। आंतरिक मूल्यांकन में टेस्ट-1, फिर मिड सेमेस्टर और टेस्ट-2 शामिल है। छात्र-छात्राओं को विकल्प के तौर पर 20-20 अंक वाले टेस्ट-1 और टेस्ट-2 में एक को चुनना होता है। जबकि, 20 अंक का मिड सेमेस्टर अनिवार्य होता है। अब यदि कोई विद्यार्थी टेस्ट-1 और टेस्ट-2 दोनों में शामिल हुआ है तो उसके पास यह विकल्प होता है कि जिसमें उसको बेहतर अंक मिले हों, उसे चुन सकता है। परीक्षार्थी द्वारा चुने गए विकल्प को उसके आंतरिक मूल्यांकन में शामिल कर लिया जाता है। प्रो. रामेंद्र ने बताया कि लॉकडाउन लागू होने से पहले ही टेस्ट-1 की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब परीक्षार्थियों को टेस्ट-2 के दौर से नहीं गुजरना होगा। अब टेस्ट-1 और मिड सेमेस्टर से ही आंतरिक मूल्यांकन का कार्य पूरा हो जाएगा।
लॉकडाउन के चलते अस्थायी तौर पर लिया गया है यह फैसला
परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रामेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के चलते यह फैसला अस्थायी तौर पर लिया गया है। इससे सेमेस्टर परीक्षाओं के तहत केवल एक बार आंतरिक मूल्यांकन कर 16 जुलाई से शुरू होने वाली परीक्षा समाप्त होते ही परिणाम जारी कर दिया जाएगा।