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Narendra Giri Death Case के बाद बलवीर गिरि श्री मठ बाघम्‍बरी गद्दी के महंत घोषित

अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज और सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी की मौजूदगी में यह घोषणा की गई। श्री मठ बाघम्‍बरी गद्दी के श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद से उनके उत्‍तराधिकार काे लेकर मंथन चल रहा था

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 12:19 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 01:17 PM (IST)
बलवीर पुरी को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी का महंत घोषित कर दिया गया है

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मृत्यु के दस रोज बाद हरिद्वार स्थित बिल्केश्वर महादेव मंदिर के महंत बलवीर पुरी को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी का महंत घोषित कर दिया गया है। गुरुवार को हरिद्वार में निरंजनी अखाड़े में आयोजित संतों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज और सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी की मौजूदगी में यह घोषणा की गई। श्री मठ बाघम्‍बरी गद्दी के श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद से उनके उत्‍तराधिकार काे लेकर मंथन चल रहा था जिस पर इस फैसले और घोषणा के बाद अब विराम लग गया है।

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सीबीआइ भी आनंद गिरि के साथ है हरिद्वार में

उल्लेखनीय है कि महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले की जांच सीबीआइ कर रही है। सीबीआइ की टीम जांच के सिलसिले में ही गिरफ्तार आनंद गिरि को कस्टडी में लेकर हरिद्वार पहुंची जहां उनके आश्रम से लैपटाप और आइपैड बरामद कर उसे चेक किया जा रहा है। सीबीआइ को इस मामले में उस कथित अश्लील वीडियो की तलाश है जिसके नाम पर महंत नरेंद्र गिरि को धमकाया जा रहा था। घटनास्थल यानी मठ के अथिति कश्र में मिले सुसाइड नोट में भी महंत ने यही लिखा था कि वह ऐसे किसी फोटो को वायरल किए जाने पर होने वाली बदनामी के डर से आत्महत्या कर रहे हैं। 12 पन्ने के सुसाइड नोट में महंत की ओर से लिखा था कि आज हरिद्वार से जानकारी मिली कि आनंद गिरि एक-दो दिन में किसी लड़की के साथ उनकी मोबाइल से तैयार फोटो या वीडियो वायरल करने वाला है जिससे उनकी बहुत बदनामी हो जाएगी। वह किस किस को कहां तक सफाई देंगे और लोगों को सच्चाई तो बाद में पता चलेगी लेकिन उनकी इज्जत खत्म हो जाएगी। उनका पद बहुत गरिमामयी है और वह बदनामी के साथ नहीं जी सकते इसलिए आत्महत्या करने जा रहे हैं।

कथित अश्लील वीडियो की पता की जा रही हकीकत

20 सितंबर को घटना के बाद रात में इस घटना में आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके पुत्र संदीप तिवारी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा लिखा गया था। तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। केस की सीबीआइ जांच शुरू हो गई। सीबीआइ मंगलवार को आनंद समेत तीनों आरोपितों को नैनी जेल से सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया। बुधवार शाम सीबीआइ की टीम आनंद गिरि को लेकर फ्लाइट से देहरादून के रास्ते हरिद्वार पहुंच गई। आनंद के आश्रम से सीबीआइ ने लैपटाप और आइपैड बरामद किया है। जांच की जा रही है कि क्या वास्तव में कोई अश्लील वीडियो बनाया गया था और अगर ऐसा वीडियो है तो किसने बनाया। साथ ही हरिद्वार से महंत नरेंद्र गिरि को फोन किसने बनाया था। 


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