नगर निगम के बाद अब प्रयागराज विकास प्राधिकरण का भी बढ़ेगा दायरा, 200 गांव होंगे शामिल Prayagraj News
पीडीए यानी प्रयागराज विकास प्राधिकरण की सीमा 1974 में पहली बार बढ़ाई गई थी। 2008 में दूसरी बार सीमा विस्तार हुआ था। पीडीए सीमा विस्तार का प्रस्ताव शासन में लंबित है।
प्रयागराज, [विजय सक्सेना]। नगर निगम के बाद अब प्रयागराज विकास प्राधिकरण का भी दायरा बढ़ाने की तैयारी है। जिले की चारों दिशाओं में 200 गांव पीडीए की सीमा में शामिल करने की योजना है। ऐसा होने पर पीडीए की सीमा वर्तमान से तकरीबन आठ किलोमीटर आगे तक बढ़ जाएगी। इसके पहले पीडीए की सीमा का दो बार विस्तार हो चुका है।
पीडीए की सीमा निगम की सीमा से करीब आठ किमी अधिक होती है
वर्तमान में पीडीए की सीमा प्रयागराज-लखनऊ मार्ग पर नवाबगंज के पास जमुवा उर्फ भवानीपुर गांव तक, प्रतापगढ़ मार्ग पर अब्दालपुर गांव तक, जौनपुर मार्ग पर भोपतपुर गांव तक, वाराणसी मार्ग पर हनुमानगंज के पास पट्टी कृष्णा कठार गांव तक तथा नैनी में मीरजापुर रोड पर ग्राम रामपुर तालुका मुंगारी व रीवा रोड पर घूरपुर तक है। पिछले दिनों नगर निगम सीमा का विस्तार हो चुका है। निगम की सीमा में जिले की चारों दिशाओं में कुल 207 गांव समेत झूंसी नगर पंचायत को शामिल किया गया है। वैसे पीडीए की सीमा निगम की सीमा से तकरीबन आठ किलोमीटर आगे तक होती है।
शासन से प्रस्ताव स्वीकृत होने का इंतजार
नगर निगम के सीमा विस्तार के पहले ऐसा ही था लेकिन अब निगम की सीमा पीडीए की सीमा से कुछ दूर ही रह गई है। हालांकि नगर निगम की ओर से सीमा विस्तार का प्रस्ताव भेजने के कुछ समय बाद ही पीडीए ने भी सीमा विस्तार का प्रस्ताव शासन को भेज दिया था। शासन से निगम का प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद अब पीडीए की बारी है। इसके लिए लगातार पत्राचार भी हो रहा है।
पीडीए की सीमा में शामिल करने को तहसीलवार प्रस्तावित किए गए गांव
तहसील कुल गांव
चायल (कौशांबी मार्ग) 11
फूलपुर (जौनपुर मार्ग) 20
सोरांव (लखनऊ मार्ग) 166
करछना (मीरजापुर व रीवा रोड) 3
इसके पहले दो बार हो चुका है सीमा विस्तार
पीडीए की सीमा का विस्तार इसके पहले दो बार हो चुका है। पहली बार पीडीए (पूर्व में इलाहाबाद विकास प्राधिकरण) के गठन के बाद 20 अगस्त 1974 को सीमा विस्तार हुआ। उस दौरान जिले की चारों दिशाओं में कुल 541 गांव सीमा में शामिल हुए। उसके बाद 30 मई 2008 को सीमा बढ़ाई गई। इसमें कुल 130 गांव शामिल हुए। इन 130 गांव में कुछ ऐसे भी थे जो पहले सीमा विस्तार से आंशिक रूप से पीडीए का हिस्से थे, जिन्हें पूरा तरह शामिल किया गया।
पीडीए के सचिव ने कहा
पीडीए के सचिव दयानंद प्रसाद का कहना है कि सीमा विस्तार होने के बाद अब भी पीडीए की सीमा नगर निगम की सीमा से आगे है। पीडीए की सीमा विस्तार प्रस्तावित है। इसके लिए जल्द बैठक होगी।