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Action on Mafia : अहमदाबाद जेल में पूर्व सांसद व माफिया अतीक अहमद का दर्ज होगा बयान, मामला यह है

Action on Mafia इन मामलों में पूछताछ और बयान नहीं हो सका था। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अब पुलिस इस दिशा में तेजी से कार्रवाई पूरी कर लेना चाहती है ताकि विधिक प्रक्रिया पूरी हो जाए। अधिकारियों का कहना है कि अलग-अलग मुकदमों के विवेचक बयान लेंगे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 05:00 AM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 08:43 AM (IST)
Action on Mafia : अहमदाबाद जेल में पूर्व सांसद व माफिया अतीक अहमद का दर्ज होगा बयान, मामला यह है
आइजी केपी सिंह ने बताया कि कुछ मुकदमों में माफिया अतीक का बयान लेना आवश्यक है।

प्रयागराज, जेएनएन। गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद व माफिया सरगना अतीक अहमद का बयान जल्द ही दर्ज किया जाएगा। जल्द ही विवेचक के साथ पुलिस की टीम अहमदाबाद जा सकती है। देवरिया जेल में प्रापर्टी डीलर की पिटाई समेत छह मुकदमे ऐसे हैं, जिनमें पूछताछ कर बयान दर्ज किया जाना है।   

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इन मामलों में दर्ज होगा बयान

धूमनगंज थाने में प्रापर्टी डीलर जैद खालिद ने अतीक समेत 12 लोगों के खिलाफ दो साल पहले मुकदमा दर्ज कराया था। उसका आरोप है कि धूमनगंज इलाके से अपहरण कर उसे देवरिया जेल ले जाया गया, जहां अतीक आदि ने बेरहमी से उसकी पिटाई की थी। मरियाडीह के पूर्व प्रधान आबिद की चचेरी बहन अलकमा व ड्राइवर सुरजीत हत्याकांड में भी पूर्व सांसद समेत कुछ लोगों का नाम विवेचना के दौरान सामने आया। बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड में गवाह को धमकी देने सहित चार और मुकदमे हैं, जिसमें अतीक का बयान लेना जरूरी है। किसी न किसी कारण से अब तक इन मामलों में पूछताछ और बयान नहीं हो सका था।

...ताकि विधिक प्रक्रिया पूरी हो जाए

उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अब पुलिस इस दिशा में तेजी से कार्रवाई पूरी कर लेना चाहती है ताकि विधिक प्रक्रिया पूरी हो जाए। अधिकारियों का कहना है कि अलग-अलग मुकदमों के विवेचक बयान लेंगे।  आइजी केपी सिंह ने बताया कि कुछ मुकदमों में माफिया अतीक का बयान लेना आवश्यक है। इस संबंध में विवेचकों को निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही अतीक का बयान दर्ज करवाया जाएगा।

लंबित विवेचना में आएगी तेजी

अतीक के विरुद्ध धूमनगंज समेत अन्य थाने में दर्ज कई मुकदमों की विवेचना लंबित है। कभी इंस्पेक्टर तो कभी दारोगा के तबादले के चलते इसमें देरी हुई। कोरोना जैसी वजहें भी रहीं। अधिकारियों का दावा है कि लंबित विवेचना का तेजी से निस्तारण कराया जाएगा। फिर कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दूसरी प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी।


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