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संस्कृत ही नहीं रहेगी तो समाप्त हो जाएगी सनातन परंपरा : आचार्य देवव्रत

आचार्य देवव्रत ने सरकार से मांग किया कि संस्कृत विद्यालयों को बंद करने के बजाए शिक्षकों की नियुक्ति करें और उसके संचालन के लिए विशेष अनुदान प्रदान करें।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2020 07:00 PM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2020 07:00 PM (IST)
संस्कृत ही नहीं रहेगी तो समाप्त हो जाएगी सनातन परंपरा : आचार्य देवव्रत

प्रयागराज, जेएनएन। हिंदुत्व का एजेंडा लेकर भारतीय संस्कृति के नाम पर प्रदेश सरकार चल रही है। विद्यार्थी कम होने पर संस्कृत विद्यालयों को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। संस्कृत ही नहीं रहेगी तो हमारी संस्कृति नष्ट हो जाएगी। यह बातें श्री शंकराचार्य आश्रम अलोपीबाग प्रयागराज के आचार्य बाल शुक देवव्रत महाराज ने रविवार को रंजीतपुर चिलबिला स्थित श्री सच्चाबाबा आश्रम पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही। उन्‍होंने सरकार से मांग किया कि संस्कृत विद्यालयों को बंद करने के बजाए शिक्षकों की नियुक्ति करें और उसके संचालन के लिए विशेष अनुदान प्रदान करें।

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बोले, संस्कृत विद्यालय को बंद नहीं होने दिया जाएगा

उन्होंने कहा कि संस्कृति की रक्षा करने के लिए सारे सनातन अनुयायियों को एक मंच पर एकत्रित कर सरकार के इस निर्णय का पुरजोर विरोध किया जाएगा। आचार्य ने कहा कि हमारी सनातन सभ्यता की नींव संस्कृत ही नहीं रहेगी तो हमारी सनातन परंपरा समाप्त हो जाएगी ऐसे में किसी भी संस्कृत विद्यालय को बंद नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक व्यापक आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसके लिए प्रदेश में गांव-गांव जन जागरण अभियान चलाकर संस्कृत भाषा की रक्षा के लिए लोगों को एकजुट किया जाएगा।

देवव्रत बोले कि संस्कृत विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम होती गई

आचार्य बाल शुक देवव्रत ने कहा कि जब 50 वर्षों से संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई और न ही संचालन के लिए कोई अनुदान दिया गया। इससे धीरे-धीरे संस्कृत विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम होती गई। वर्तमान सरकार बनाने में संस्कृत जगत के लोगों ने विशेष योगदान दिया था। उनको उम्मीद थी कि सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने में सरकार पूरी मदद करेगी।

श्री सच्चा बाबा आश्रम के महंत ने भी विचार रखे

श्री सच्चा बाबा आश्रम के महंत मनोज ब्रह्मचारी ने कहा कि देव भाषा पर कुठाराघात किया जा रहा है। इस मौके पर राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी, विश्‍व बंधुत्व प्रेम मिशन संस्थान के अध्यक्ष सत्यव्रत शुक्ला, शिवम एवं संरक्षक धीरेंद्र गिरी, राजीव मिश्रा आदि लोग मौजूद रहे।


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