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बमरौली एयरपोर्ट की सुरक्षा को लेकर एएआइ ने जताई चिंता

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने नए सिविल इंक्लेव के लिए 144 सुरक्षा कर्मियों की मांग की थी, लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी 39 पुलिस कर्मी ही तैनात किए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Jan 2019 06:30 AM (IST)Updated: Wed, 02 Jan 2019 06:30 AM (IST)
बमरौली एयरपोर्ट की सुरक्षा को लेकर एएआइ ने जताई चिंता
बमरौली एयरपोर्ट की सुरक्षा को लेकर एएआइ ने जताई चिंता

प्रयागराज : बमरौली एयरपोर्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) चिंतित है। एएआइ के उत्तरी क्षेत्र के उप महाप्रबंधक (सुरक्षा) केए जैदी का कहना है कि उन्होंने प्रदेश सरकार से एयरपोर्ट की सुरक्षा को लेकर 144 पुलिसकर्मी मांगे थे। उसमें से 39 की ही तैनाती हुई है। इतने कम पुलिसकर्मियों में पूरे एयरपोर्ट की सुरक्षा नहीं हो सकती है। पिछले दिनों बमरौली एयरपोर्ट को लेकर एएआइ को धमकी भी मिली थी। कुंभ के मद्देनजर भी एयरपोर्ट की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है।

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अभी तक बमरौली एयरपोर्ट का सिविल टर्मिनल मध्य वायुसेना की सीमा में था। इसलिए वहां पर सुरक्षा को लेकर बहुत ज्यादा चिंता नहीं थी, लेकिन अब एयरपोर्ट की बिल्डिंग वायुसेना की सीमा में नहीं है। इसलिए इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी बढ़ गई है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने नए सिविल इंक्लेव के लिए 144 सुरक्षा कर्मियों की मांग की थी, लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी 39 पुलिस कर्मी ही तैनात किए हैं। नए सिविल इंक्लेव जहां पर बना हुआ है। वह रास्ता बड़ा सूनसान है।

दिन में तो सुरक्षा हो सकती है, लेकिन दिन ढलने के बाद एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए पर्याप्त सुरक्षा कर्मी नहीं है। एएआइ के उत्तरी क्षेत्र के उप महाप्रबंधक (सुरक्षा) केए जैदी का कहना है कि उन्होंने मंगलवार को स्टांप एवं नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी से भी सुरक्षा कर्मी बढ़ाने की मांग की है। बमरौली एयरपोर्ट पर अगर शीघ्र सुरक्षा व्यवस्था नहीं बढ़ाई गई तो कभी भी कोई घटना हो सकती है। इसके अलावा एयरपोर्ट पर पुलिस चौकी, एयरपोर्ट से शहर जाने वाले रास्ते पर दिन-रात पेट्रोलिंग होनी चाहिए, ताकि किसी यात्री के साथ लूटपाट न हो। सुरक्षा का जिम्मा कौशांबी का :

झलवा में बना नया सिविल इंक्लेव राजस्व के अनुसार प्रयागराज जनपद का हिस्सा है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से यह क्षेत्र कौशांबी जिले के पिपरी थाने के अंतर्गत आता है। इसलिए वहां पर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराना कौशांबी जिले के कप्तान का दायित्व है। इसलिए भी यहां पर सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग बहुत सतर्क नहीं है।


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