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होली से पहले परिवार की खुशियों को लगा करंट, हाईटेंशन तार की चपेट में आने से Pratapgarh में युवक की गई जान

फिसल कर नीचे गिरा तो मकान के बगल से गुजरे बिजली के तार की चपेट में आ गया। करंट से झुलसे युवक को लोग सीएचसी गौरा ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे चेकअप के बाद मृत घोषित कर दिया। अब त्योहारी माहौल में यह परिवार गम में डूबा है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 23 Mar 2021 05:02 PM (IST)Updated: Tue, 23 Mar 2021 05:02 PM (IST)
करंट से झुलसे युवक को लो सीएचसी गौरा ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

प्रयागराज, जेएनएन। कभी बिजली विभाग की लापरवाही तो कभी खुद की गलती से करंट की चपेट में आने से लोग जान गंवा देते हैं या झुलस जाते हैं। ऐसी ही एक घटना में होली से पहले एक परिवार की खुशियों को करंट लग गया। मंगलवार को प्रतापगढ़ के फतनपुर थाना क्षेत्र के अमरई गांव का युवक बगल के गांव में मजदूरी करने गया था। वहां दोपहर में छत पर काम करते समय अचानक फिसल कर नीचे गिरा तो मकान के बगल से गुजरे बिजली के तार की चपेट में आ गया। करंट से झुलसे युवक को लोग आनन-फानन सीएचसी गौरा ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे चेकअप के बाद मृत घोषित कर दिया। अब त्योहारी माहौल में यह परिवार गम में डूबा है।

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पत्नी और छह माह की बच्ची से छिना सहारा 

घटनाक्रम यूं है। फतनपुर क्षेत्र में अमरई गांव निवासी 30 साल का विजय कुमार पुत्र छोटेलाल मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता था। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे क्षेत्र के निधिपटी गांव में निर्माणाधीन निर्माण में वह मजदूरी करने गया था। दोपहर में वह छत पर काम कर रहा था तभी अचानक पैर फिसलने पर विजय नीचे की ओर गिरा तो बगल से गुजरे एलटी लाइन की चपेट में आ गया। करंट का जबरदस्त झटका लगने पर वह बेसुध होकर गिर गया। लोग उसे उठाकर अस्पताल ले गए लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। खबर पाकर परिवार के लोग भी अस्पताल पहुंच गए। विजय की पत्नी सुषमादेवी तो रोते हुए बेसुध हो गया। विजय की छह माह की एक बेटी है। इस घटना से पत्नी और बेटी पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। एक झटके में इस गरीब परिवार को होली से ऐन पहले बड़ी मुश्किल स्थिति का  सामना करना पड़ा है।

होलिका दहन में तार और केबल जलने का खतरा

उधर, कौशांबी में म्योहर इलाके के आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर बिजली के तार और केबल के नीचे होलिका रखी गई है। ऐसे स्थानों पर होलिका दहन बेहद खतरनाक सिद्ध हो सकता है। बिजली विभाग अभी तक इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। खतरा यह है कि होलिका दहन के दौरान तेज लपटों से तार और केबल भी जल सकती है। बिजली के तार या केबल के नीचे होलिका रखना गलत है। इसके लिए विभाग के अवर अभियंताओं को पहले ही निर्देश दिया गया था कि वह नजर रखें कि कही बिजली केबल व तार के नीचे होलिका न स्थापित होने पाए। उन्हें निर्देश दिया गया था कि अगर ऐसे किसी स्थान पर होलिका रखी जा रही हो या रख दी गई हो तो संबंधित क्षेत्र के अवर अभियंता समिति के लोगों से बातचीत कर होलिका का स्थान बदलवा दें। अब इसकी निगरानी कर उस पर कार्रवाई की जाएगी


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