प्रयागराज में कलयुगी बेटे की कारस्तानी, करीब माह भर से मां के शव के पास बनाता था खाना, वहीं सोता था
प्रयागराज जनपद में गंगापार के झूंसी थाना में दिल को दहला देने वाला वाकया हुआ। झूंसी के कोहना में बुजुर्ग मां की मौत के बाद करीब एक माह तक बेटा उसके शव के साथ घर में ही बंद रहा। उसने रजाई से ओढ़ाकर मां के शव को रखे रहा।
प्रयागराज, जेएनएन। कलयुगी बेटे की कहानी तो आपने सुना ही होगा। मां को यातनाएं देने और घर से निकालने की भी खबरें आप ने पढ़ी होंगी और आस-पास में देखी भी होगी। लेकिन हम जो आपको बताने जा रहे हैं वह इससे भी अधिक भयावह है। एक बेटे ने ऐसा कारनामा किया कि उसे सुनकर और देखकर लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को विवश हो गए। यह हकीकत है यूपी के प्रयागराज जनपद की।
रजाई से ढंककर मां के शव को शहजादे ने रखा था
प्रयागराज जनपद में गंगापार के झूंसी थाना में दिल को दहला देने वाला वाकया हुआ। झूंसी के कोहना में बुजुर्ग मां की मौत के बाद करीब एक माह तक तक बेटा उसके शव के साथ घर में ही बंद रहा। उसने रजाई से ओढ़ाकर मां के शव को रखे रहा। शव के पास ही वह चूल्हे पर खाना पकाता था। खाना खाने के बाद वह वहीं सो भी जाता था। उठती दुर्गंध से जब मोहल्ले वाले परेशान हो गए और बेटा भी नजर नहीं आ रहा था तो वह घर के अंदर गए तो अवाक रह गए।
दुर्गंध से परेशान आस-पास के लोग घर में घुसे
झूंसी कोहना गांव की रहने वाली करीब 63 वर्षीय वृद्ध महिला सुग्गन अपने 50 साल के बेटे शहजादे उर्फ झींगुर के साथ रहती थी। सुग्गन की दो बेटियां इसी गांव में रहती हैं। इधर करीब 25-30 दिनों से सुग्गन मुहल्ले वालों को नजर नहीं आ रहा था। आस-पास के लोगों को उसके घर से दुर्गंध आ रही थी। गुरुवार की सुबह जब दुर्गंध से लोग अधिक परेशान हो गए तो किसी ने अंदर जाकर देखा तो जमीन पर एक के ऊपर कई रजाई पडी देखी। उसी में से दुर्गंध उठ रही थी।
सुग्गन के शव का काफी हिस्सा कंकाल बन चुका था
इसकी सूचना लोगों ने तत्काल पुलिस को दी। पुलिस शहजादे के घर पहुंची और एक के ऊपर एक रखी तीन रजाई हटाई तो सभी अवाक रह गए। वहां सुग्गन की लाश थी। उसके शरीर का काफी हिस्सा कंकाल में तब्दील हो चुका था। शहजादे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि पुलिस को शहजादे ऊल-जुलूल बातें बताने लगा। पुलिस ने संशय जताया कि संभवत: शहजादे मनोरोगी है। सुग्गत की मौत कैसे हुई इसका पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट नहीं हुआ तो बिसरा सुरक्षित रखवा लिया गया है।