गांधी जयंती पर रिहा होगा नैनी जेल का एक कैदी
गांधी जयंती पर नैनी सेंट्रल जेल के एक कैदी की रिहाई होगी। हालांकि रिहाई के लिए दो कैदियों का चयन हुआ था लेकिन एक की शनिवार को मौत हो गई।
इलाहाबाद : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर बुजुर्ग, दिव्यांग, महिला और बीमार कैदियों की रिहाई का आदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया है। इसका लाभ नैनी सेंट्रल जेल के एक कैदी को मिलेगा। हालांकि इसके लिए दो कैदियों का चयन हुआ था, लेकिन उसमें से एक कैदी की शनिवार को मौत हो गई। इसलिए अब एक ही कैदी को रिहाई मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंबे समय से जेल में बंद बुजुर्ग, महिलाओं, दिव्यांगों और आधी से ज्यादा सजा काट चुके कैदियों को रिहा करने के आदेश दिए थे। इसी क्रम में नैनी सेंट्रल जेल के अधिकारियों ने 106 कैदियों की सूची शासन को भेजी थी। जिसमें से शासन ने मानकों का परीक्षण करने के बाद दो कैदियों को रिहा करने की अनुमति प्रदान कर दी थी। इसमें से एक कैदी सोनू सिंह उर्फ मलखान की शनिवार सुबह बीमारी के कारण मौत हो गई। बलिया जिले के खजुरी गाव निवासी मलखान सिंह उर्फ (28) पुत्र दयाशंकर कातिलाना हमले के आरोप में जेल गया था। डेढ़ साल पहले मलखान सिंह को बलिया जिला कारागार से सेंट्रल जेल नैनी शिफ्ट कर दिया गया। जेल प्रशासन के मुताबिक जेल में दाखिल होने से पहले वह गंभीर बीमारी से ग्रसित था। कैदी की मौत जानकारी घर वालों को हुई तो परिवार में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिवार के लोग पोस्टमार्टम हाउस पहुचे। मामले में डीआइजी जेल वीके वर्मा ने बताया कि कैदी टीबी आदि गंभीर रोग से ग्रस्त था। जिसका इलाज भी जेल अस्पताल में चल रहा था। उन्होंने बताया कि दूसरे कैदी की रिहाई दो अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर की जाएगी।