छात्रनेता अच्युतानंद के हत्यारोपितों के एक मददगार को दबोचा
जब अच्युतानंद ने आशुतोष को हॉस्टल बुलाया था तो उसके साथ गज्जू था। अच्युतानंद और गज्जू के बीच विवाद हुआ तो आशुतोष ने गज्जू का पक्ष लिया। इस पर अच्युतानंद ने उसे डांटा तो नशे में गोली मार दी।
प्रयागराज : छात्रनेता सुमित उर्फ अच्युतानंद के हत्यारोपितों को मदद पहुंचाने के आरोप में कर्नलगंज पुलिस ने प्रदीप यादव नामक शख्स को दबोच लिया। इसके अलावा गाजीपुर के देवा उर्फ शूटर और छात्र गज्जू की तलाश चल रही है। पुलिस टीमें अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। गिरफ्त में आए नामजद अभियुक्त सीएमपी छात्रसंघ अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी, हरिकेश मिश्र और सौरभ उर्फ प्रिंस से रविवार को पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि घटना तत्कालिक थी। जब अच्युतानंद ने आशुतोष को हॉस्टल बुलाया था तो उसके साथ गज्जू था। अच्युतानंद और गज्जू के बीच विवाद हुआ तो आशुतोष ने गज्जू का पक्ष लिया। इस पर अच्युतानंद ने उसे डांटा तो नशे में गोली मार दी। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव, कर्नलगंज सीओ आलोक मिश्रा, इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह ने नामजद आरोपितों के अलावा मददगार प्रदीप यादव से भी दो घंटे तक पूछताछ की। पता चला है कि कटरा निवासी प्रदीप यादव ने अपनी बाइक से हत्या के बाद आशुतोष और उसके दोनों साथियों को दो बार में सिविल लाइंस बस स्टैंड तक छोड़ा था। चाय की दुकान चलाने वाले प्रदीप ने पुलिस के सामने यह भी कबूल किया है हत्या की जानकारी उसे नहीं थी। 31 अक्टूबर की रात इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पीसीबी हॉस्टल में गोंडा निवासी सुमित की हत्या की गई थी। पुलिस ने नामजद आरोपितों को नेपाल बार्डर के पास पकड़ा था। अब मददगारों की तलाश चल रही है। नेपाल के लिए शूटर से संपर्क :
हत्याकांड का राजफाश करने से पहले पुलिस हर बिंदु पर छानबीन कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कत्ल के बाद नेपाल जाने के लिए आशुतोष और उसके साथियों ने गाजीपुर निवासी देवा उर्फ शूटर से संपर्क किया था। फिर उसके जरिए नेपाल तक पहुंचे। फिलहाल रविवार रात को एसएसपी नितिन तिवारी के लौटने के बाद आरोपितों को मीडिया के सामने पेश करने की बात कही जा रही है।