बकाया नहीं लौटाना पड़े इसलिए दोस्त बना खूनी Prayagraj News
इंटरलॉकिंग बिजनेस में संजय के आने से उसका प्लांट बंद हो गया था। अंजनी कत्ल में शामिल हुआ कि उसने संजय से दो लाख रुपये उधार लिए थे। हत्या के बाद उसे रकम नहीं लौटानी पड़ेगी।
प्रयागराज,जेएनएन। खीरी इलाके के सलैया खुर्द पहाड़ी पर रविवार की रात रोजगार सेवक संजय शुक्ल उर्फ सत्यम की हत्या के पीछे दो लाख रुपये के लेनदेन का भी मामला सामने आया है।
कॉल डिटेल से मिला क्लू
संजय की गला काटकर हत्या में पकड़ गए नामजद पांच लोग बेकसूर निकले। कॉल डिटेल के आधार पर खीरी के चांद खमरिया गांव के अंजनी मिश्र को क्राइम ब्रांच की टीम ने दबोचा। पूछताछ के बाद सुरैचा गांव से पंकज मिश्र को भी पकड़ा। दोनों ने गुनाह कुबूल कर बताया कि पटेहरा गांव के विपुल कोल ने हत्या की साजिश रची थी। उसके ही कहने पर अंजनी ने पुरानी दोस्ती की वजह से संजय को रात में फोनकर सलैया खुर्ज में सूनसान स्थान पर बुलाया था। विपुल ने मीरजापुर से आए दो साथियों के साथ मिलकर संजय को दूर पहाड़ी पर खींचा फिर चापड़ से गर्दन काटकर अलग कर दी। पुराना अपराधी विपुल थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसने एक महिला के चक्कर में साथ दिया।
बिजनेस बंद होना भी बन गया कारण
पंकज इसलिए बौखलाया था कि इंटरलॉकिंग बिजनेस में संजय के आने से उसका प्लांट बंद हो गया था। अंजनी कत्ल में शामिल हुआ कि उसने संजय से दो लाख रुपये उधार लिए थे। हत्या के बाद उसे रकम नहीं लौटानी पड़ेगी।
अब मीरजापुर के बदमाशों की तलाश
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चापड़, कार, दो बाइक बरामद किया। गिरफ्तार अंजनी और पंकज को न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेजने के बाद पुलिस हिस्ट्रीशीटर विपुल और मीरजापुर के बदमाशों को तलाश रही है।