750 करोड़ रुपये से बदल जाएगी एनसीआर के स्टेशनों की सूरत Prayagraj News
बजट में तीर्थ महत्व के स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए लिफ्ट लगाने के लिए लगभग ढाई करोड़ रुपये दिए गए हैं। इससे 30 लिफ्ट लगाई जाएंगी। एनसीआर ऐसे स्टेशनों का चयन करेगा।
प्रयागराज,जेएनएन। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के लिए स्टील बेंच, वाटर कूलर जैसी सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए अब कंपनियों के सीएसआर (कारपोरेट सोशल रेस्पांसिबिलिटी) का पैसा खर्च किया जाएगा। उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) को बजट में 750 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे इलाहाबाद, आगरा और झांसी मंडल के स्टेशनों की सूरत बदली जाएगी।
उत्तर मध्य रेलवे में हैं कुल 405 स्टेशन
उत्तर मध्य रेलवे में कुल 405 रेलवे स्टेशन हैं। इसमें 260 प्रमुख तथा अन्य छोटे स्टेशन हैं। अभी तक रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास करने के लिए जोन का बजट खर्च होता था। पहली बार उत्तर मध्य रेलवे को स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए सीएसआर का पैसा दिया गया है। इलाहाबाद, आगरा और झांसी मंडल से उनके स्टेशनों पर होने वाले महत्वपूर्ण कार्यों की सूची के मुताबिक बजट दिया जाएगा।
तीर्थस्थान वाले स्टेशनों पर लगेगी लिफ्ट
बजट में तीर्थ महत्व के स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए लिफ्ट लगाने के लिए लगभग ढाई करोड़ रुपये दिए गए हैं। इससे 30 लिफ्ट लगाई जाएंगी। उत्तर मध्य रेलवे ऐसे स्टेशनों का चयन करेगा। स्टेशनों पर दिव्यांगों के लिए सुविधा बढ़ाने पर भी जोर है। कानपुर सेंट्रल पर मॉडल के रूप में दिव्यांगों के लिए सबसे ज्यादा सुविधाएं दी जाएंगी। प्रवेश से लेकर स्टेशन पर टॉयलेट, पानी आदि की सुविधा सबसे बेहतर होगी। इसके बाद अन्य स्टेशनों का नंबर आएगा। एनसीआर के सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह का कहना है कि बजट में उत्तर मध्य रेलवे को पहली बार पार्टनरशिप के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए पैसा दिया गया है। एनसीआर को 750 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे स्टेशनों की बिल्डिंग और यात्री सुविधाओं को और बेहतर किया जाएगा।