भाई के प्रेम में सपा से मिलीं मायावती : सिद्धार्थनाथ
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : मायावती ने 25 साल पहले अपने आबरू का हवाला देकर जिस सपा से गठबंध
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : मायावती ने 25 साल पहले अपने आबरू का हवाला देकर जिस सपा से गठबंधन तोड़ा था, आज उसी की आबरू बचाने निकली हैं। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता चिकित्सा-स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को यह बातें कही। भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि मायावती अपने भाई को राज्यसभा भेजना चाहती हैं, जिसके लिए उन्होंने दलितों के वोट से सौदा करते हुए सपा से हाथ मिलाया है।
सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि मायावती को साफ करना चाहिए कि जो खतरा उन्हें मुलायम सिंह यादव से था, क्या वह उनके बेटे अखिलेश यादव से नहीं है? सिद्धार्थनाथ ने दो टूक कहा कि सपा-बसपा गठबंधन से भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। विधानसभा चुनाव से पहले भी सपा ने कांग्रेस से गठबंधन किया था, जिसे जनता नकार चुकी है। सपा तीसरे नंबर के लिए लड़ रही है। निर्दलीय प्रत्याशी अतीक अहमद की ओर इशारा करते हुए कहा कि फूलपुर में हमारी लड़ाई एक गुंडे माफिया से है, जिसे यहां की जनता पराजित करेगी। फूलपुर व गोरखपुर में प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी के विकास की जीत होगी। उन्होंने डिफेंस कॉरिडोर में इलाहाबाद को शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। बोले, यूपी इंवेस्टर्स समिट में 21 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी ने लखनऊ, आगरा, अलीगढ़, झांसी, चित्रकूट में डिफेंस कॉरिडोर ले जाने की बात कही थी। इसके बाद मैंने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर इलाहाबाद को उसमें शामिल करने की मांग की थी, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
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लौटे अखिलेश व मिथलेश
नगर निगम चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज होकर भाजपा छोड़ने वाले पार्षद अखिलेश सिंह व मिथलेश सिंह पुन: पार्टी में शामिल हो गए। अखिलेश वार्ड 44 ओमप्रकाश सभासद नगर भाग एक व मिथलेश वार्ड 45 ओमप्रकाश सभासद नगर भाग दो से निर्दलीय पार्षद चुने गए हैं। सोमवार को भाजपा मीडिया सेंटर में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, महानगर अध्यक्ष अवधेश गुप्त, महापौर अभिलाषा गुप्ता ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।