50 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन कर सकेंगे पवित्र अक्षयवट का दर्शन Prayagraj News
अक्षयवट दर्शन की रविवार से औपचारिक शुरुआत कर दी गई है। श्रद्धालुओं को अक्षयवट के दर्शन प्राप्त करने में कोई परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाय।
प्रयागराज, जेएनएन। किला स्थित अक्षयवट के दर्शन एक दिन में अधिकतम 50 हजार श्रद्धालु ही कर सकेंगे। दर्शन के लिए गठित उच्च स्तरीय टीम जांच के बाद इस निर्णय पर पहुंची है कि एक दिन में 50 हजार से ज्यादा लोगों को किला में नहीं जाने दिया जाएगा। तर्क दिया गया है कि जहां से रास्ता निकाला गया है वह किले की दो दीवारों के बीच में है। ज्यादा लोगों के पहुंचने से प्राचीन दीवारों को खतरा उत्पन्न हो सकता है। कडी सुरक्षा जांच के बाद ही भक्त अक्षयवट दर्शन के लिए अंदर जा पाएंगे।
खुल गया अक्षय वट का द्वार
गंगा पूजन के बाद डीएम भानु चंद्र गोस्वामी और फूलपुर की सांसद केसरी देवी पटेल ने रविवार को अक्षयवट का भी दर्शन-पूजन किया। डीएम ने श्रद्धालुओं के लिए करायी जा रही तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि अक्षयवट दर्शन की रविवार से औपचारिक शुरुआत कर दी गई है। श्रद्धालुओं को अक्षयवट के दर्शन प्राप्त करने में कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाय। फिलहाल डीएम के जाते ही अक्षय वट का द्वार बंद कर दिया गया था। क्योंकि सुरक्षा की दृष्टि से वहां पर स्कैनिंग मशीन और मेटल डिटेक्टर गेट नहीं लग पाया था।
आज भी नहीं लग सकी स्कैनिंग मशीन और मेटल डिटेक्टर
सोमवार को स्कैनिंग मशीन और मेटल डिटेक्टर लग जाना था। किसी कारणवश यह नहीं लग पाया। जिसके चलते अक्षयवट का दर्शन आम लोग नहीं कर सके। तमाम लोग दर्शन के लिए पहुंचे लेकिन उन्हें मायूस होकर लौटना पडा। अफसरों का कहना है कि स्कैनिंग मशीन और मेटल डिटेक्टर नहीं लग पाया । इसके चलते आज अक्षयवट दर्शन के लिए दरवाजे आम भक्तों के लिए नहीं खुले।