जिले में मिले 4040 अतिकुपोषित और कुपोषित बच्चे, सर्वाधिक मेजा में
राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से पूरे जिले में सर्वे कराया गया। इसमें कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की संख्या 4040 मिली।
प्रयागराज : जिले में अतिकुपोषित और कुपोषित बच्चों की सही संख्या मालूम करने के लिए हाल में सर्वे कराया गया। इसमें जिले में अतिकुपोषित और कुपोषित बच्चों की संख्या 4040 है। अतिकुपोषित बच्चों की सर्वाधिक संख्या मेजा ब्लॉक में दर्ज की गई है, जबकि कुपोषित बच्चों की सबसे ज्यादा संख्या करछना में पायी गयी। हालांकि, मऊआइमा में एक भी बच्चे अतिकुपोषित और कुपोषित नहीं मिले।
दरअसल, राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों के परिवारों का जीवन स्तर सुधारने की कवायद चल रही है। इसी क्रम में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से पूरे जिले को 22 ब्लॉकों में बांटकर अतिकुपोषित और कुपोषित बच्चों की संख्या का पता लगाने के लिए सर्वे कराया गया। 15 अक्टूबर को खत्म हुए सर्वे में 1163 बच्चे अतिकुपोषित और 2877 कुपोषित बच्चे चिह्नित किए गए। उल्लेखनीय है कि लाल श्रेणी में अतिकुपोषित और पीली श्रेणी में कुपोषित बच्चे शामिल हैं।
छह विभाग योजनाएं तैयार कराकर दिलाएंगे लाभ :
मिशन के तहत छह विभागों (स्वास्थ्य, पंचायतीराज, खाद्य एवं रसद, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और ग्राम्य विकास, बेसिक शिक्षा,बाल विकास एवं पुष्टाहार) को कनवर्जेंस से जोड़ा गया है। सभी विभाग अतिकुपोषित ओर कुपोषित बच्चों का डेटाबेस तैयार करेंगे। इससे ऐसे बच्चों के पास शौचालय है अथवा नहीं, उनके परिवार को आवास मिला है अथवा नहीं, राशन कार्ड बना है कि नहीं, लाभार्थियों का टीकाकरण हो रहा है कि नहीं, एनआरएलएम से उन्हें जोड़ा गया है कि नहीं एवं किशोरियों को आयरन की गोलियां मिल रही हैं कि नहीं, इसकी पहचान होगी।
ब्लॉक का नाम-अतिकुपोषित-कुपोषित की संख्या
शहर-एक-64-39
शहर-दो-152-743
बहादुरपुर-13-123
बहरिया-62-114
चाका-05-12
धनूपुर-03-42
जसरा-28-247
कौडि़हार-25-86
कोरांव-02-101
मांडा-28-18
मेजा-394-05
प्रतापपुर-00-47
शंकरगढ़-00-74
सोरांव-15-37
हंडिया-32-65
सैदाबाद-03-49
फूलपुर-53-02
होलागढ़-81-62
मऊआइमा-00-00
कौंधियारा-12-25
करछना-170-925
उरुवा- 21-61
राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत योजनाओं का लाभ न पाने वाले परिवारों को अभियान चलाकर इसका लाभ दिलाया जाएगा और उनके जीवन स्तर में सुधार लाया जाएगा।
-मनोज कुमार राव, जिला कार्यक्रम अधिकारी।