प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल से पैरोल पर छोड़े गए 23 कैदी हो गए लापता, अब हो रही तलाश
उनके पैरोल की अवधि समाप्त हुए पांच दिन हो गए हैं। जेल प्रशासन ने अब इन लापता हुए कैदियों के जिले के पुलिस कप्तान को पत्र लिखकर उन्हें गिरफ्तार कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए संबंधित पुलिस कप्तानों को पत्र भेजा जा रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। केंद्रीय कारागार नैनी से अप्रैल और मई माह में कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से अदालत के आदेश के बाद पैरोल पर रिहा किए गए 39 सजायाफ्ता कैदियों में से 23 कैदी अभी तक जेल वापस नहीं पहुंचे हैं। उनके पैरोल की अवधि समाप्त हुए पांच दिन हो गए हैं। जेल प्रशासन ने अब इन लापता हुए कैदियों के जिले के पुलिस कप्तान को पत्र लिखकर उन्हें गिरफ्तार कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए संबंधित पुलिस कप्तानों को पत्र भेजा जा रहा है।
पैरोल पर छूटे थेे 39 सजायाफ्ता
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने और जेलों में संक्रमण का खतरा कम करने के लिए अप्रैल और मई में न्यायालय के आदेश पर 442 बंदियों को जमानत पर रिहा किया गया था। इसके अलावा सात से दस साल से कम अवधि की सजा वाले 39 सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था। इन कैदियों की पैरोल की अवधि 21 नवंबर को पैरोल की अवधि समाप्तत हो गई । उन्हें 25 नवंबर तक जेल में आमद करानी थी। मगर पैरोल पर रिहा हुए कैदियों में 23 बंदी अभी तक न तो जेल वापस पहुंचे हैं और ना ही अपने विषय में कोई जानकारी ही जेल प्रशासन को मुहैया कराया है।
39 सजायाफ्ता कैदियों में 16 की आमद
जेल प्रशासन में अब इस मामले को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। जेल के अधिकारी पैरोल की अवधि समाप्त होने के बावजूद जेल में आमद न कराने वाले बंदियों को पुलिस के माध्यम से गिरफ्तार करवाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडे ने बताया की आज 30 नवंबर तक 39 सजायाफ्ता कैदियों में 16 कैदियों ने जेल में आमद करा दी है। शेष 23 कैदियों की ओर से अभी तक कोई सूचना भी नही मिली है। उन्हें गिरफ्तार कराकर जेल लाने के लिए संबंधित जिले के कप्तान को पत्र भेजा जा रहा है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित कराई जाएगी।