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22 साल पहले गूंजी थी एके 47, थर्रा उठी थी संगम नगरी

संगम नगरी में पहली बार एके 47 का प्रयोग 22 वर्ष पूर्व विधायक जवाहर पंडित (यादव) की हत्‍या करने में प्रयुक्‍त हुआ था। आरोपित करवरिया बंधु जेल में लंबे समय तक रहे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 02:26 PM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 02:26 PM (IST)
22 साल पहले गूंजी थी एके 47, थर्रा उठी थी संगम नगरी
22 साल पहले गूंजी थी एके 47, थर्रा उठी थी संगम नगरी

प्रयागराज : 13 अगस्त 1996 की सुबह एके 47 की गूंज से संगम नगरी थर्रा उठी थी। विधायक जवाहर पंडित को सरेआम एके 47 से भून दिया गया था। इसी हत्याकांड से करवरिया बंधु और जवाहर पंडित (यादव) के परिवार के बीच रार और रंजिश शुरू हुई। यूं तो करवरिया बंधु पर कई मामले हैं लेकिन जवाहर पंडित हत्याकांड ने उन्हें लंबे वक्त तक जेल रखा। अब इस बहुचर्चित हत्याकांड का मुकदमा वापस लिए जाने से राजनीति गरमाना लाजिमी है।

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 13 अगस्त 1996 की सुबह सिविल लाइंस के सुभाष चौराहे पर हमलावरों ने जवाहर पंडित की कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थीं। शूटरों की गोली से जवाहर पंडित, कार चला रहे गुलाब यादव और एक राहगीर की मौत हो गई थी। इस बहुचर्चित हत्याकांड से सूबे में खलबली मच गई थी। सुलाकी यादव की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने विवेचना की। इसमें पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया, उनके भाई पूर्व विधायक उदयभान, पूर्व एमएलसी सूरजभान व रामचंद्र मिश्र आरोपित हैं।

 जवाहर पंडित की मौत के बाद उनकी पत्नी विजमा यादव ने राजनीति में कदम रखा और झूंसी से विधायक बनीं। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया। मुकदमे के अहम पैरोकार सुलाकी यादव की मौत हो चुकी है। करवरिया बंधु चार साल से जेल में बंद हैं। मुकदमे में गवाही पूरी हो चुकी है। करवरिया बंधु भाजपा से जुड़े हैं तो विजमा यादव सपा की पूर्व विधायक हैं, ऐसे में मुकदमा वापसी पर राजनीति गरमाना तय है।

हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे : विजमा

जवाहर पंडित हत्याकांड का मुकदमा सरकार द्वारा वापस लिए जाने पर विजय यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व विधायक विजमा का कहना है कि वह मनमानी नहीं चलने देंगी।

इस मामले को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाएंगी। उनका कहना है कि गवाही पूरी हो चुकी, अब फैसला आना है तो सरकार मुकदमा ही वापस ले रही है।

हमें फंसाया गया, सरकार का आभार : नीलम

उदयभान करवरिया की पत्नी नीलम करवरिया मेजा से भारतीय जनता पार्टी की विधायक हैं। उनका कहना है कि इस हत्याकांड में उनके पति उदयभान करवरिया समेत सभी को फंसाया गया था।

अब सरकार ने निर्दोष को बचाने का कदम उठाया है। हम सरकार का आभार व्यक्त करते हैं।


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