Case of Conspiracy to Murder: यूपी के जौनपुर जेल में बंद सिराज के सीडीआर से कई नाम सामने आएंगे
Case of Conspiracy to Murder सीडीआर के आधार पर उन लोगों की भी तलाश की जाएगी जिनका सिराज उसके परिवार या अन्य लोगों से संबंध है। हत्या कि साजिश रचने में कई लोगों के हाथ होने की आशंका भी जताई जा रही है। एसटीएफ तहकीकात कर रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के जौनपुर जेल में बंद हत्यारोपित सिराज अहमद के मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट से कई और नाम उजागर हो सकते हैं। ऐसा स्पेशल टॉस्क फोर्स के अधिकारियों का मानना है। अभी तक की तफ्तीश में यह तथ्य सामने आया है कि सिराज से उसकी बीवी व कुछ करीबी बातचीत करते थे। हालांकि बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार जौनपुर जेल में अपराधी के पास मोबाइल पहुंचा कहां से और किसी उपलब्ध कराया। इसकी पड़ताल भी चल रही है।
कहा जा रहा है कि सीडीआर के आधार पर उन लोगों की भी तलाश की जाएगी, जिनका सिराज, उसके परिवार या अन्य लोगों से संबंध है। प्रयागराज के फूलपुर में भाजपा नेता की पंचायत चुनाव मतदान के दिन हत्या की साजिश रची गई थी। हत्या कि साजिश रचने में कई लोगों के हाथ होने की आशंका भी जताई जा रही है। लिहाजा एसटीएफ कड़ी से कड़ी जोड़कर पूरे मामले की तहकीकात कर रही है।
शुक्रवार को एसटीएफ ने शार्प शूटर फूलपुर निवासी मो. शानू उर्फ वकील उर्फ लंबू, मनोज सोयरी और सोरांव के दिलशाद अली को गिरफ्तार किया था। सिराज की बीवी, बाबा, आदिल व दो अन्य अभी फरार चल रहे हैं। शनिवार को एसटीएफ और फूलपुर पुलिस अभियुक्तों की तलाश में कई छापेमारी की, लेकिन कोई गिरफ्त में नहीं आया।
एसटीएफ लखनऊ इकाई के प्रभारी डिप्टी एसपी लाल प्रताप सिंह का कहना है कि रोहित की हत्या का प्लान बहुत गोपनीय तरीके से बनाया गया था। इसके लिए शूटर और उनके मददगारों के तीन समूह थे, जिसमें केवल एक ग्रुप की ही गिरफ्तारी हो सकी है। जल्द ही अन्य को भी दबोच लिया जाएगा। गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हैं।