Ayodhya Ram Mandir : विहिप कार्यकर्ता प्रयागराज से अयोध्या रवाना, पवित्र स्थलों की मिट्टी व जल साथ ले गए
Ayodhya Ram Mandir विहिप कार्यकर्ता उत्साह और उल्लास के साथ शुक्रवार को अयोध्या के लिए रवाना हुए। वह अपने साथ पवित्र स्थलों की मिट्टी व जल साथ ले गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। तीर्थराज प्रयाग के जल और मिट्टी के साथ काशी प्रांत के कुल 19 जिलों की मिट्टी व जल लेकर विहिप के संगठन मंत्री मुकेश कुमार व अन्य पदाधिकारी अयोध्या के लिए निजी वाहनों से शुक्रवार को रवाना हुए। उन्हें विदाई देने के लिए संगठन के पदाधिकारियों के साथ ही किन्नर अखाड़ा की प्रयाग पीठाधीश्वर कौशल्या नंद गिरी भी पहुचीं।
किन्नर समाज भी हर्षित है : कौशल्या नंद गिरी
किन्नर अखाड़ा की प्रयाग पीठाधीश्वर कौशल्या नंद गिरी ने कहा कि श्री राम के मंदिर निर्माण को लेकर किन्नर समाज भी हर्षित है। इसकी वजह यह कि जब प्रभु राम वनवास जा रहे थे तो सरयू तट पर जाते समय उन्होंने निर्देशित किया कि सभी नर नारी वापस चले जाएं। वहां मौजूद जय और श्री किन्नर होने के नाते नहीं लौटे। प्रभु राम 14 वर्ष बाद जब लौटे तो जय व श्री तट पर ही मिले। उसी समय प्रभु राम ने वरदान दिया कि हमसे पहले आप दोनों का नाम किया जाएगा। यही वजह है कि जय श्री राम का उद्घोष होता है।
जय श्रीराम के जयकारे लगाए
जल और मिट्टी ले जाने वाले लोगों को विदा करते समय सभी ने जय श्रीराम के जयकारे लगाए। इस मौके पर कार्यकर्ता प्रमुख सुनील, अनिल पांडेय, रविंद्र, महेंद्र मौर्य आदि मौजूद रहे। कुछ कार्यकर्ता वहा की संगठन की तरफ से होने वाली व्यवस्था के लिए भी भेजे गए हैं।
त्रिवेणी के साथ ही श्रृंगवेरपुर गंगा घाट का भी जल
विहिप प्रवक्ता अश्वनी मिश्र ने बताया कि भूमि पूजन कार्यक्रम में त्रिवेणी के साथ ही श्रृंगवेरपुर गंगा घाट का भी जल भेजा गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर तथा कबीर मठ, महर्षि भारद्वाज आश्रम, सीतामढ़ी, प्रतापगढ़, जौनपुर, मीरजापुर, सोनभद्र, अमेठी, सुल्तानपुर सहित कुल 19 जिलों के पवित्र स्थलों की मिट्टी व जल भूमि पूजन में प्रयुक्त होगा। उन्होंने बताया कि पहले 30 जुलाई को मिट्टी व जल लेकर अयोध्या भेजे जाने का कार्यक्रम तय था लेकिन कुछ जिलों से मिट्टी नहीं लाई जा सकी, इसलिए कार्यक्रम को आगे बढ़ाना पड़ा।
200 टोलियां कर रही हैं दीपोत्सव मनाने को जनसंपर्क
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन के दिन पांच अगस्त को विहिप ने पूरे देश में दीपोत्सव मनाने का आह्वान भी किया है। संगठन के पदाधिकारी लोगों से आग्रह कर रहे हैैं कि वह शाम सात बजे घरों में कम से कम पांच घी के दीये जलाएं। काशी प्रांत के 19 जिलों में इसके लिए 200 से अधिक कार्यकर्ताओं की टोलियां जनसंपर्क में लगी हैं। मीडिया प्रभारी के मुताबिक प्रयागराज से कुछ कार्यकर्ता भी व्यवस्था संभालने अयोध्या जाएंगे।