Lockdown 4.0 : ऑड ईवन फार्मूले पर खुलेंगे बाजार, इन इलाकों की दुकानें ट्रायल में खोली जाएंगी Prayagraj News
सिविल लाइंस कटरा और सुलेम सराय बाजार की सभी दुकानें रोजाना नहीं खुलेंगी बल्कि कुछ एक दिन तो कुछ दूसरे दिन। यहां पर ऑड इवेन का फार्मूला चलेगा।
प्रयागराज, जेएनएन। ऑड ईवेन के फार्मूले पर खुलेगा बाजार। जी हां, प्रयागराज में लॉकडाउन 4.0 के तहत दुकानों के खुलने के संबंध में प्रशासन व्यापारियों से मंत्रणा कर रहा है। इस संबंध में मंगलवार की दोपहर डीएम ने अधिकारियों और व्यापारियों संग बैठक की। फिलहाल इसमें तय हुआ है कि पहले चरण में सिविल लाइंस, कटरा और सुलेम सराय की दुकानों को चार दिन के लिए ट्रायल के तौर पर खोलने की अनुमति दी जाएगी।
सिविल लाइंस, कटरा और सुलेम सराय बाजार की सभी दुकानें रोजाना नहीं खुलेंगी
बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि सिविल लाइंस, कटरा और सुलेम सराय बाजार की सभी दुकानें रोजाना नहीं खुलेंगी, बल्कि कुछ एक दिन तो कुछ दूसरे दिन। यहां पर ऑड इवेन का फार्मूला चलेगा। फिलहाल व्यापारियों सेे प्रशाासन के अधिकारी कई चरण में वार्ता कर रहे हैं। अधिकारी व्यापारियों से अलग-अलग कटेगरी की दुकानों की सूची मांगे हैं। शाम तक तय हो जाएगा कि कल से कौन सी दुकानें खुलेंगी और कौन बंद रहेंगी।
लॉकडाउन का कतई उल्लंघन न होने पाए
वहीं लॉकडाउन 4.0 की गाइडलाइन को लेकर प्रशासनिक अफसरों में सोमवार देर रात तक मंत्रणा होती रही। तय हुआ कि दुकानें खुलें मगर लॉकडाउन का कतई उल्लंघन न होने पाए। कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका न हो। दुकानें वहीं खुल सकेंगी, जिनमें आपस की दूरी कम से कम छह फीट की होगी। बिल्कुल आसपास की दुकानें नहीं खुल सकेंगी। ये दुकानें किराना के साथ ही अन्य भी हैैं। मिठाई की दुकानों को लेकर असमंजस बना रहा। इसके अलावा आवागमन के लिए चार पहिया वाहन पर दो लोग आवश्यक कार्य के लिए ही आ जा सकेंगे। दो पहिया वाहन पर पहले की तरह एक व्यक्ति ही जा सकेंगे। घर से निकलने पर मास्क अथवा गमछा आवश्यक है। बिना मास्क अथवा गमछा के निकलने पर पुलिस कार्रवाई भी कर सकती है।
दुकानदारों का यह कहना है
नुकसान का बहुत मलाल नहीं
30 फीट रोड पर उज्ज्वल शर्मा की ओम वस्त्रालय नाम से कपड़े की दुकान है। 22 मार्च के बाद से सोमवार को उनकी दुकान पहली बार खुली लेकिन सारा दिन साफ-सफाई में ही बीत गया। उन्होंने बताया कि चूहे साडिय़ां कुतर दिए हैं। इससे करीब 15-20 हजार का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जो नुकसान हुआ, उसका बहुत मलाल नहीं है, क्योंकि लॉकडाउन का निर्णय देशहित में है।
कापी-किताबों को कुतर दिए चूहे
कालिंदीपुरम चौराहे पर स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले राजरूपपुर निवासी ऋषभ तिवारी का कहना है कि करीब 58-59 दिन बाद दुकान खुली। दुकान में धूल और गंदगी भरी थी। चूहे कापी-किताबों को कुतर दिए थे। इससे हजारों का नुकसान हुआ है। सामान जैसे निकलेगा, वैसे नुकसान की जानकारी होगी। जो पूंजी बचाकर रखी थी, उसे घर चलाने में खर्च कर डाली।
ग्राहक आने से दुकान की सफाई भी नहीं हो सकी
खत्री पाठशाला, मीरापुर में चश्मे की दुकान चलाने वाले करैलाबाग निवासी दीपक गुरनानी ने बताया कि 22 मार्च से दुकान बंद थी। सुबह जानकारी हुई कि 10 से पांच बजे तक दुकान खुल सकती है तो दुकान खोलने चला आया। दुकान में हर तरफ धूल भरी है। दुकान खोलते ही कुछ ग्राहक आ गए जिससे ठीक से सफाई भी नहीं हो सकी। दुकान खुलने से बहुत राहत महसूस हो रही है।
500 जोड़ी खराब हो गए जूते-चप्पल
संजय कुमार सिंह का झलवा चौराहे पर चरण पादुका नाम से जूते का शोरूम है। लॉकडाउन के बाद से पहली बार उनकी दुकान खुली। दोपहर बाद तक स्टॉफ के लोग साफ-सफाई करते रहे। उनका कहना है कि लगन के सीजन में दुकानदार की कमाई होती है, जो निकल गया। स्कूली सीजन भी खत्म हो गया। अब एक-डेढ़ महीने सिर्फ चप्पलें बिकेंगी, उसके बाद बारिश शुरू हो जाएगी।