Unique Case : महिला की जान पर बन आई कॉपर-टी, ऐसे दूर हुई पीड़ा Prayagraj News
एसआरएन अस्पताल में चिकित्कों के समक्ष एक अनोखा मामला आया। हुआ यूं कि एक महिला कॉपर-टी लगवाकर भूल गई थी जो 20 एमएम की पथरी बन गई। सफल सर्जरी से राहत मिली।
प्रयागराज, जेएनएन। हीरामनी देवी ने 15 साल पहले कॉपर-टी तो लगवाया लेकिन निकलवाना भूल गईं। यही भूल उनके लिए मुसीबत का कारण बन गई। कॉपर-टी ने धीरे-धीरे पथरी का रूप धारण कर लिया। इतना ही नहीं वह आंत की तरफ बढऩे लगा तो तकलीफ बढ़ गई। वक्त रहते डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर जान पर बन आए इस कॉपर-टी को निकालने में कामयाबी पा ली है। एसआरएन अस्पताल में यह अपनी तरह का पहला आपरेशन था।
अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखा तो चौंक गए डॉक्टर, एसआरएन में सफल ऑपरेशन
हीरामनी देवी मूलत: बलिया जिले के रसड़ा थानांतर्गत सरायभारती गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने 15 साल पहले कॉपर-टी लगवाया था, पांच साल बाद इसे निकलवाना था, लेकिन वह भूल गईं। कुछ दिन बाद समस्या हुई तो बच्चेदानी निकलवा दी और तब डॉक्टर को भी पता नहीं चला कि कॉपर-टी अंदर है। पिछले दो माह से हीरामनी के पेट में दर्द की शिकायत थी। दर्द असहनीय हुआ तो वह बेटे दीपू सिंह के साथ एसआरएन अस्पताल में सर्जन डॉ. संतोष सिंह से अपनी परेशानी बताई। डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखा तो चौंक गए। दरअसल कॉपर-टी बच्चेदानी से निकलकर मूत्राशय की थैली में पहुंच कर 20 एमएम की पथरी (यूरिनल स्टोन) बन चुकी थी। इसलिए आपरेशन का निर्णय लिया गया। पिछले सप्ताह हुआ ऑपरेशन सफल रहा। अब हीरामनी पूरी तरह फिट हैं।
देश भर के सर्जन देखेंगे इस ऑपरेशन का वीडियो
यह ऑपरेशन सिर्फ एसआरएन की ओटी तक ही सीमित नहीं रहेगा। देश भर के सर्जन इस वीडियो को देखेंगे और समझेंगे। भुवनेश्वर में होने वाले डॉक्टरों के सेमिनार में एसआरएन अस्पताल के सर्जन डॉ. संतोष सिंह सिंह इस केस पर अपना व्याख्यान देंगे और वीडियो भी दिखाएंगे।